30 मई: अस्पताल के डीन विनायक काले ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि महाराष्ट्र के चिकित्सा शिक्षा मंत्री हसन मुश्रीफ और टिंगरे ने एक पत्र लिखा था और डॉ. अजय तावड़े को ससून अस्पताल के फोरेंसिक मेडिसिन विभाग का प्रमुख बनाने के लिए कहा था। मुश्रीफ और विधायक दोनों ही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अजित पवार गुट से हैं।

महाराष्ट्र में पुणे के ससून अस्पताल के डीन ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कार हादसे में राजनैतिक हस्तक्षेप का आरोप लगाया है। उन्होंने दावा किया कि पोर्श दुर्घटना में शामिल किशोर के रक्त के नमूने बदलने के आरोपी डॉक्टरों में से एक को राज्य के एक मंत्री और एक विधायक के कहने पर फोरेंसिक विभाग का प्रमुख बनाया गया था। इस विधायक सुनील टिंगरे पर दुर्घटना के बाद यरवदा पुलिस स्टेशन जाने और अधिकारियों पर मामले में नरम रुख अपनाने का दबाव बनाने का भी आरोप है। दुर्घटना में दो आईटी पेशेवर मारे गए थे।

अस्पताल के डीन विनायक काले ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि महाराष्ट्र के चिकित्सा शिक्षा मंत्री हसन मुश्रीफ और टिंगरे ने एक पत्र लिखा था और डॉ. अजय तावड़े को ससून अस्पताल के फोरेंसिक मेडिसिन विभाग का प्रमुख बनाने के लिए कहा था। मुश्रीफ और विधायक दोनों ही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अजित पवार गुट से हैं।

Bharat Baani Bureau

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