30 मई: पंजाब की राजनीति में अहम माने जानी वाली पटियाला सीट के लिए कांग्रेस ने पूरी ताकत झोंक रखी है। हाल ही में प्रियंका गांधी ने पटियाला का दौरा करके महिलाओं के एक विशाल सम्मेलन में शिरकत की थी। यह सीट कांग्रेस का पुराना गढ़ है। 1952 से पटियाला लोकसभा सीट पर अब तक 17 बार चुनाव हुए हैं, जिनमें सबसे अधिक 11 बार कांग्रेस अपनी जीत का परचम फहरा चुकी है।
किसानी आंदोलन का गढ़ बने पटियाला में राहुल गांधी ने किसानों के लिए बड़े एलान किए। राहुल गांधी ने कहा कि केंद्र में इंडिया गठबंधन की सरकार बनने पर एक संस्था बनाई जाएगी, जिसकी सिफारिश पर किसानों के कर्जे माफ किए जाएंगे। जब जरूरत होगी तब कर्जे माफ किए जाएंगे। साथ ही कहा कि किसानों को एमएसपी की कानूनी गारंटी दी जाएगी। इसके अलावा उनकी सरकार की ओर से किसान फ्रेंडली बीमा योजना लाई जाएगी। मौसम की मार से जिन किसानों की फसलों का नुकसान हो जाता है। इस योजना के तहत प्रभावित किसानों के खातों में 30 दिनों के अंदर बीमा का पैसा डालना यकीनी बनाया जाएगा। वह बुधवार शाम पटियाला के पोलो ग्राउंड में कांग्रेस के उम्मीदवार डा. धर्मवीर गांधी के हक में रखी न्याय महा रैली को संबोधित कर रहे थे।
राहुल ने कहा कि किसान पंजाब की रीढ़ की हड्डी हैं, जो देश की जनता को दो वक्त की रोटी देने के लिए अपना खून-पसीना बहाकर अनाज पैदा करते हैं। लेकिन इन्हीं किसानों को केंद्र की मोदी सरकार ने बीते 10 सालों में कुछ नहीं दिया। बल्कि किसानों पर तीन काले खेती कानूनों थोप दिए। इनके खिलाफ पंजाब, हरियाणा व अन्य राज्यों के किसानों को सड़कों पर उतरना पड़ा। लेकिन मोदी सरकार की ओर से किसानों को आतंकवादी कहा गया। दिल्ली के बार्डरों पर लंबी चली लड़ाई में 700 किसान शहीद हो गए। उन्होंने जब किसानों की शहादत के बारे में देश की संसद में बोलना चाहा, तो उन्हें बोलने नहीं दिया गया।