30 मई: महाराष्ट्र मं पुणे पोर्श मामले ने अब राजनीतिक रूप ले लिया है। उपमुख्यमंत्री और राकांपा नेता अजित पवार ने एक कार्यकर्ता के उस दावे पर प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने (कार्यकर्ता) कहा था महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम ने फोन करके पुलिस पर दबाव बनाया। अजित पवार ने इस दावे पर पलटवार करते हुए कहा कि वह खुद को बेकसूर साबित करने के लिए नार्को परीक्षण कराने के लिए तैयार हैं। उन्होंने आगे कहा कि निर्दोष साबित होने के बाद क्या वह (कार्यकर्ता) संन्यास ले लेंगी? 

कार्यकर्ता के आरोप पर अजित पवार का पलटवार
कार्यकर्ता अंजलि दमानिया ने अजित पवार पर आरोप लगाया कि पुणे सड़क दुर्घटना के बाद उन्होंने (अजित पवार) पुणे पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार को फोन किया था। डिप्टी सीएम ने सोमवार को कहा कि उन्होंने ऐसा यह सुनिश्चित करने के लिए किया था कि पुलिसकर्मी किसी दबाव में न आएं।

राकांपा नेता ने कहा, “एक जनप्रतिनिधि के तौर पर हमारे पास इन घटनाओं को लेकर फोन कॉल आते रहते हैं। मैंने पुलिस कमिश्नर को फोन किया था। मैंने उनसे कहा कि नबालिग आरोपी अमीर घर से ताल्लुक रखता है, ऐसे में पुलिस पर दबाव बनाने की संभावनाएं हैं। मैंने उनके कहा कि वे किसी

Bharat Baani Bureau

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