12जून: भारत और अमेरिका के बीच बुधवार को टी20 विश्व कप 2024 का 25वां मुकाबला खेला जाएगा। इस मैच में टीम इंडिया बेहतर प्रदर्शन के साथ आगे के कड़े मुकाबलों के लिए लय हासिल करने की कोशिश करेगी। अमेरिका की टीम भले ही पहली बार इस टूर्नामेंट में खेलती नजर आ रही है, लेकिन उन्होंने पिछले दो मैचों में खुद को साबित किया है। ऐसे में मेजबानों को कम आंकना भारत के लिए भारी भूल साबित हो सकता है।
बल्लेबाजों से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद
भारतीय टीम इस मैच में अमेरिका को हराकर सुपर-8 में जगह दर्ज करना चाहेगी। न्यूयॉर्क के नासाउ काउंटी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम की पिच बल्लेबाजों के लिए अनुकूल नहीं है। पाकिस्तान के खिलाफ मैच में भारतीय बल्लेबाजों को संघर्ष करते देखा गया था। हालांकि, भारतीय गेंदबाजों ने कहर बरपाया था। इस मैच में भारत ने 30 रन के अंदर अपने अंतिम सात विकेट गंवा दिए थे।
दोनों टीमों को रहना होगा एक-दूसरे से सावधान
अमेरिका के खिलाफ ढीला रवैया भारत को भारी पड़ सकता है क्योंकि यह टीम पहले पाकिस्तान को भी हरा चुकी है। अमेरिका की टीम में कई ऐसे खिलाड़ी हैं जिनका भारत की तरफ से खेलने का सपना पूरा नहीं हो पाया था। इनमें सौरभ नेत्रवलकर और हरमीत सिंह भी शामिल हैं जिन्होंने अपनी टीम की तरफ से अभी तक अच्छा प्रदर्शन किया है। पिच के व्यवहार ने भले ही टीमों के बीच अंतर को कम कर दिया है लेकिन अमेरिका के लिए भारतीय टीम से पार पाना आसान नहीं होगा।
अमेरिकी टीम में कई भारतीय मूल के खिलाड़ी
अमेरिका की टीम दूसरी भारतीय टीम की तरह नजर आती है क्योंकि उसमें भारतीय मूल के आठ खिलाड़ी हैं। इसके अलावा पाकिस्तानी मूल के दो तथा वेस्टइंडीज, न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका और नीदरलैंड का एक खिलाड़ी उसकी टीम का हिस्सा है। पाकिस्तान पर सुपर ओवर में जीत दर्ज करने के बावजूद अमेरिका के खिलाड़ियों की खास चर्चा नहीं है लेकिन भारत के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन उन्हें क्रिकेट जगत में पहचान दिला सकता है। मोनांक पटेल, हरमीत, नेत्रवलकर, जेसी सिंह और नोशतुश केंजीगे की भारत से जुड़ी अपनी-अपनी कहानी हैं लेकिन जब सामने रोहित शर्मा, विराट कोहली, जसप्रीत बुमराह और ऋषभ पंत जैसे खिलाड़ी हों तो मुकाबला आकर्षक होना लाजमी है।
अमेरिकियों के लिए सुनहरा अवसर
कोहली और रोहित जैसे बल्लेबाजों को गेंदबाजी करना या बुमराह जैसे गेंदबाज का सामना करने का मौका हमेशा नहीं मिलता है और ऐसे में अमेरिकी खिलाड़ियों के लिए यह यादगार मौका होगा। भारतीय टीम टॉस जीतने पर निश्चित तौर पर पहले बल्लेबाजी करना चाहेगी। अगर भारत पहले गेंदबाजी करता है तो फिर बुमराह, मोहम्मद सिराज और रविंद्र जडेजा जैसे गेंदबाजों के सामने अमेरिका के लिए तिहरे अंक में पहुंचना भी मुश्किल होगा।