नई दिल्ली: नीट परीक्षा पर इस बार संसद से लेकर सड़क तक हंगामा देखने को मिला. इस मामले ने इतना तूल पकड़ा कि ये मामला अदालत जा पहुंचा. अब इस मामले में NTA ने सुप्रीम कोर्ट में जवाब दाखिल कर दिया है. सुप्रीम कोर्ट में दाखिल जवाब में NTA ने कहा कि पटना/हजारीबाग मामले में किसी भी ट्रंक में कोई प्रश्न पत्र गायब नहीं पाया गया. प्रत्येक प्रश्न पत्र में एक अद्वितीय क्रमांक होता है और उसे एक विशेष उम्मीदवार को सौंपा जाता है. साथ ही बताया गया कि कोई भी ताला टूटा हुआ नहीं मिला. एनटीए पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट में कुछ भी प्रतिकूल नहीं बताया गया. कमांड सेंटर में सीसीटीवी कवरेज की लगातार निगरानी की गई. इसलिए कोई अप्रिय घटना या पेपर लीक होने का कोई संकेत नजर नहीं आया.
नीट पेपर लीक मामले में टेलीग्राम की वीडियो फर्जी
एनटीए ने टेलीग्राम पर कथित लीक की बात को भी नकार दिया है. NTA ने कहा कि 4 मई को टेलीग्राम पर लीक हुए परीक्षा पेपर की तस्वीर दिखाई गई है, लेकिन एक तस्वीर, जिसे एडिट किया गया था. वहीं जिसमें 5 मई, 2024 को 17:40 बजे का टाइम दिख रहा है. इसके अतिरिक्त, टेलीग्राम से संकेत मिलता है कि सदस्यों ने वीडियो को नकली बताया. प्रारंभिक लीक की गलत धारणा बनाने के लिए टाइमस्टैम्प में हेरफेर किया गया था. सोशल मीडिया पर टिप्पणियां और चर्चाएं इस बात की पुष्टि करती हैं कि वीडियो में तस्वीरों को एडिट किया गया था, और 4 मई के लीक का सुझाव देने के लिए तारीख को जानबूझकर एडिट किया गया था.