रूस और यूक्रेन में 878 दिनों से चल रहे युद्ध के बीच अमेरिका (USA) में सत्ता परिवर्तन से पहले यूक्रेनी राष्ट्रपति (Ukrainian President) वोलोदिमिर जेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) के सुर बदले नजर आ रहे हैं। जेलेंस्की ने पहली बार अब रूस से बातचीत की इच्छा व शांति वार्ता का संकेत दिया है। राष्ट्र को संबोधित करते हुए असामान्य रूप से नरम स्वर में उन्होंने यह इच्छा जताई। जेलेंस्की ने सुझाव दिया कि रूस को अगले शांति शिखर सम्मेलन में प्रतिनिधिमंडल भेजना चाहिए। जेलेंस्की ने कहा, अगला शांति शिखर सम्मेलन नवंबर में आयोजित हो सकता है। गौरतलब है कि नवंबर माह में ही अमरीका में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने जा रहे हैं।
जेलेंस्की के रुख में यह बदलाव कितना अहम है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जून महीने में स्विट्जरलैंड में हुए आयोजित शांति सम्मेलन में रूस को आमंत्रित नहीं किया गया था, जिसमें दुनिया भर से भारत समेत 100 देश शामिल हुए थे। आमंत्रित होने के बाद भी चीन इस सम्मेलन में शामिल नहीं हुआ था। अब तक, जेलेंस्की यह कहते रहे हैं कि कि कोई भी बातचीत रूसी सेना की यूक्रेन से पूरी तरह वापसी पर ही हो सकती है। जेलेंस्की ने कहा कि, हर चीज हम पर निर्भर नहीं करती। युद्ध का अंत केवल हम पर निर्भर नहीं है। यह न केवल हमारे लोगों और हमारी इच्छा पर निर्भर करता है, बल्कि आर्थिक हालात, हथियारों की आपूर्ति और यूरोपीय संघ, नाटो व दुनिया के अन्य देशों के राजनीतिक समर्थन पर निर्भर करता है।