22 अगस्त 2024 : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के यूक्रेन दौरे के बीच चीनी प्रधानमंत्री ली कियांग ने बुधवार को मॉस्को में रूस के प्रधानमंत्री मिखाइल मिशुस्टिन से मुलाकात कर ली है. पिछले ही महीने पीएम मोदी रूस में पुतिन से मिलकर आए हैं और अब चीन की पीएम ने पुतिन के दर पर कदम रखे हैं. इधर यूक्रेन और रूस के बीच संघर्ष और गहराया है जिसमें यूक्रेन ने अपने पांव रूस के भीतर तक फैलाने तेज कर दिए हैं.
जानकारों के हवाले से ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट कहती है कि चीन और रूस दोनों ही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य हैं. इसलिए केवल आपसी मसले ही नहीं बल्कि दुनिया के मल्टी-पोलराइजेशन में भी दोनों के हित एक दूसरे से सध सकते हैं.
रूसी समाचार एजेंसी टैस ने कहा कि मिशुस्टिन के मुताबिक, पश्चिमी देश अपने दबदबे को बनाए रखने और रूस और चीन की आर्थिक और तकनीकी क्षमता को कंट्रोल करने की कोशिश कर रहे हैं. दोनों देशों को पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों के दबाव को मिलकर झेलना होगा और यह साझा हित होगा.
चीन-रूस संबंध मजबूत रहे हैं और वे किसी भी बदलाव को झेलते हुए एक दूसरे के साथ व्यापारिक और व्यापक सहयोग बनाए रखेंगे. ऐसे में चीन का इन संबंधों को मजबूत ही करना चाहेगा. मीटिंग के बाद दोनों देशों की ओर से कहा गया कि नए युग के लिए दोनों देश व्यापक रणनीतिक साझेदारी को नए लेवल पर लेकर जाएंगे. दोनों देशों ने इन्वेस्टमेंट, ऊर्जा, अर्थव्यवस्था और व्यापार के अलावा सांस्कृतिक संबंध भी बेहतर करने की बात कही.