डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। PM Modi at Global Fintech Fest प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज ग्लोबल फिनटेक फेस्ट पर पहुंचे और देश के फिनटेक रेवोल्यूश पर बात की। उन्होंने इसी दौरान कई विद्वान लोगों पर तंज कसा जो भारत में फिनटेक को लेकर सवाल उठाते थे।
फिनटेक क्रांति पर सुनाई खरी-खरी
पीएम ने कहा कि जब ज्ञान की देवी सरस्वती मां ज्ञान प्रदान कर रही थीं, तो कुछ स्वयंभू विशेषज्ञ पहले से ही संदेह व्यक्त कर रहे थे। वे सवाल करते थे कि भारत फिनटेक क्रांति कैसे हो सकती है, वे मुझ जैसे किसी चायवाले से भी पूछ रहे थे।
पीएम ने कहा कि कई लोगों ने सवाल उठाए, लेकिन एक दशक में भारत ने एक उल्लेखनीय परिवर्तन देखा है।
करेंसी से लेकर क्यूआर कोड तक की यात्रा तय
Global Fintech Fest में बोलते हुए पीएम ने कहा कि 21वीं सदी की दुनिया तेजी से बदल रही है। उन्होंने कहा कि देश के करेंसी से लेकर क्यूआर कोड तक की यात्रा में सदियां लग गईं, लेकिन अब हम हर दिन नए-नए इनोवेशन देख रहे हैं। आज, डिजिटल-ओनली बैंक और नियो-बैंकिंग जैसी अवधारणाएं उभर रही हैं। आज, जोखिम प्रबंधन, धोखाधड़ी का पता लगाना और ग्राहक अनुभव, हर चीज में बदलाव हो रहा है।
लोगों ने डिजिटल पेमेंट को दिल से अपनाया
पीएम ने इसी के साथ कहा कि आज दुनिया का आधा रियल टाइम ट्रांजैक्शन भारत में हो रहा है। इस बात से अनुमान लगाया जा सकता है कि भारत के लोगों ने डिजिटल पेमेंट को दिल से अपनाया है।
विपक्ष को सुनाई खरी-खरी
पीएम ने इस दौरान विपक्ष पर जमकर हमला बोला। पीएम ने कहा कि कुछ लोग जो खुद को बहुत बुद्धिमान समझते हैं उन्होंने संसद में खड़े होकर कई सवाल किए थे। जब सरस्वती देवी ज्ञान बांट रही थीं, तो ये लोग बीच में खड़े होकर कह रहे थे कि भारत में न बैंक है, न इंटरनेट है और न बिजली है, यहां कुछ नहीं होगा।