05 सितम्बर 2024 : यह पत्ता है नीम का, जो अपने एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के लिए मशहूर है. नीम की पत्तियां सदियों से आयुर्वेद में त्वचा की समस्याओं के इलाज के लिए उपयोग की जाती रही हैं. इसके नियमित उपयोग से चेहरे की त्वचा स्वस्थ और चमकदार बनती है.

सबसे पहले ताजे नीम की पत्तियों को धोकर उन्हें अच्छी तरह से पीस लें, ताकि एक बारीक पेस्ट बन जाए. अब इस पेस्ट में कच्चा दूध मिलाएं और दोनों को अच्छे से मिक्स करें, जिससे एक समान लेप तैयार हो जाए. इस लेप को रात में सोने से पहले चेहरे पर लगाएं.ध्यान रखें कि लेप को पूरे चेहरे पर समान रूप से लगाएं, विशेषकर उन स्थानों पर जहां दाग-धब्बे हों. लेप को रातभर लगा रहने दें और अगले दिन सुबह चेहरा ठंडे पानी से धो लें.

नीम की पत्तियों में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण होते हैं, जो त्वचा की गंदगी और बैक्टीरिया को हटाकर त्वचा को साफ और स्वस्थ बनाते हैं. कच्चा दूध त्वचा को पोषण और नमी प्रदान करता है, जिससे त्वचा मुलायम और कोमल बनती है.

आयुर्वेद विशेषज्ञ नीरज कुमार के अनुसार, इस लेप का नियमित उपयोग करने से सात दिनों में ही चेहरे की त्वचा में स्पष्ट निखार देखा जा सकता है. इसके अलावा, यह लेप त्वचा के दाग-धब्बों को कम करने और चेहरे की चमक को बढ़ाने में भी मदद करता है.

आयुर्वेदाचार्य डॉ. रमनस्वरूप लवानिया बताते हैं, “नीम और दूध का यह मिश्रण प्राकृतिक और सुरक्षित है, और इसके कोई साइड इफेक्ट्स नहीं होते. नीम की पत्तियां त्वचा को साफ करती हैं, जबकि दूध उसे पोषण और नमी प्रदान करता है. इसके नियमित उपयोग से चेहरा न सिर्फ साफ-सुथरा बल्कि चमकदार भी बनता है.” यह प्राकृतिक उपाय न केवल आपके चेहरे को निखार सकता है, बल्कि यह सुरक्षित और प्रभावी भी है, जिससे आपको जोखिम उठाने की जरूरत नहीं है.

Bharat Baani Bureau

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *