जालंधर 12 सितम्बर 2024 : नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एन.जी.टी.) ने कूड़े के मामले में जालंधर नगर निगम पर करोड़ों का पर्यावरण हर्जाना ठोक रखा है और इस मामले में एन.जी.टी. के साफ निर्देश हैं कि अब भी अगर जालंधर निगम के अधिकारियों ने शहर में सॉलिड वेस्ट मैनेजमैंट रूल्स 2016 को लागू न किया तो जालंधर निगम के बड़े अधिकारियों पर क्रिमिनल केस दर्ज करवाए जाएंगे। एन.जी.टी. की इस सख्ती के बाद जालंधर निगम के अधिकारियों ने शहर की साफ सफाई व्यवस्था और कूड़े की प्रोसेसिंग इत्यादि पर ध्यान देना शुरू कर दिया है। इसके चलते चारों विधानसभा क्षेत्रों में सख्ती की गई और करीब 200 ऐसे घरों को नोटिस जारी किए गए जो अपने घर का गीला व सूखा कूड़ा अलग-अलग नहीं दे रहे थे। यह नोटिस रामा मंडी क्षेत्र, आबादपुरा, मॉडल टाऊन, गौतम नगर व अन्य क्षेत्रों में काटे गए। जालंधर वैस्ट विधानसभा क्षेत्र के तहत आते वार्ड 76 व 77 के 48 घरों को ऐसे नोटिस जारी किए गए। यहां सैनेटरी इंस्पैक्टर अशोक भील, सैनेटरी सुपरवाइजर अमित गिल, सतीश पदम, मोटीवेटर योगेश व रोहित ने गौतम नगर और चूना भट्ठी रोड के कई घरों का निरीक्षण किया और उन्हें चेतावनी स्वरूप नोटिस जारी किए। श्री भील ने सभी घरों से अपील की कि वह अलग अलग डस्टबिन रखें।

अगली बार चालान कटेंगे, भरना होगा जुर्माना
नगर 
निगम के हैल्थ ऑफिसर डॉ. श्रीकृष्ण शर्मा ने बताया कि एन.जी.टी. की गाइडलाइंस के मुताबिक शहर के सभी घरों, व्यापारिक और कमर्शियल संस्थाओं को अपना गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग करना ही होगा। उन्होंने कहा कि फिलहाल ऐसे घरों को चेतावनी स्वरूप नोटिस जारी किए गए हैं। अब अगली बार अगर उन घरों से मिक्स कूड़ा पाया गया तो चालान काटे जाएंगे जिसका जुर्माना उन्हें भरना ही होगा। डॉ. श्रीकृष्ण ने कहा कि निगम कमिश्नर गौतम जैन के निर्देशों पर अब सभी ढाबा, रेस्टोरेंट व होटल संचालकों को भी खुद अपना कूड़ा प्रोसेस करना होगा और जिनके परिसरों से 50 किलो से ज्यादा कूड़ा निकलता है, उन्हें बल्क वेस्ट जनरेटर की श्रेणी में रखकर निगम उनका कूड़ा उठाने से इंकार कर सकता है। ऐसे में उन्हें अपने परिसर में ही अपना कूड़ा मैनेज करना होगा। गौरतलब है कि जालंधर निगम ने सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स 2016 के तहत बाईलाज अपना लिए है और आने वाले दिनों में उन बायलॉज के आधार पर लोगों पर जुर्माने भी किए जा सकते हैं।

सोडल मेले पर रहेगा विशेष फोकस
इस 
बार नगर निगम की टीमें कुछ ही दिनों बाद शुरू होने जा रहे सोडल मेले पर विशेष फोकस करेंगी ताकि वहां कूड़े को अलग-अलग रखा जा सके और मेले को पॉलिथीन फ्री बनाया जा सके। इसके लिए तहबाजारी और हेल्थ विभाग की टीमें हर दुकान पर जाकर प्लास्टिक के लिफाफे संबंधी चेकिंग कर रही हैं और आज भी कई स्थानों से प्लास्टिक के लिफाफे जब्त किए गए। आने वाले दिनों में भी यह चेकिंग जारी रहेगी। लंगर संस्थाओं पर भी सख्ती की जा सकती है ताकि वह भी प्रतिबंधित क्राकरी व डिस्पोजेबल आइटमों का इस्तेमाल न करें।

Bharat Baani Bureau

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *