Arvind Kejriwal 17 सितम्बर 2024 : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जेल से रिहा होने के बाद अपने पद से इस्तीफे की घोषणा की है. कयास लगाए जा रहे हैं कि आज वह सीएम पद से इस्तीफा दे देंगे, जिसके बाद आम आदमी पार्टी की बैठक में दिल्ली के नए मुख्यमंत्री का चुनाव होगा. ऐसे में आइए जानते हैं कि अरविंद केजरीवाल ने कहां से पढ़ाई की और उन्होंने IIT JEE की परीक्षा कब पास की? UPSC में उनका चयन कैसे हुआ?

केजरीवाल के पिता भी थे इंजीनियर
अरविंद केजरीवाल का जन्म 16 अगस्त 1968 को हरियाणा के हिसार जिले के सिवानी खेड़ा गांव में हुआ था. वह तीन भाई-बहनों में सबसे बड़े हैं. उनके पिताजी गोबिंद राम केजरीवाल भी इलेक्ट्रिकल इंजीनियर थे. अरविंद केजरीवाल की शुरुआती पढ़ाई हिसार के कैंपस स्कूल और सोनीपत के होली चाइल्ड स्कूल से हुई.

कब पास की IIT JEE परीक्षा
अरविंद केजरीवाल ने 12वीं के बाद IIT JEE परीक्षा की तैयारी की और वर्ष 1985 में परीक्षा पास की. इस परीक्षा में उन्होंने 563वीं रैंक हासिल की, जिसके बाद उन्हें IIT खड़गपुर में दाखिला मिल गया. यहां से उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग का कोर्स पूरा किया.

1989 में मिल गई थी नौकरी
IIT खड़गपुर से बीटेक की पढ़ाई पूरी करने के बाद अरविंद केजरीवाल को टाटा स्टील में नौकरी मिल गई. उन्होंने वर्ष 1989 में नौकरी ज्वाइन की, लेकिन तीन साल बाद 1992 में उन्होंने छुट्टी लेकर UPSC की तैयारी शुरू कर दी.

पहली बार में पास की UPSC परीक्षा
अपने पहले ही प्रयास में उन्होंने UPSC परीक्षा पास कर ली और 1993 में भारतीय राजस्व सेवा (IRS) के लिए चयनित हो गए, लेकिन अरविंद केजरीवाल का सपना IAS बनने का था, इसलिए उन्होंने फिर से UPSC की परीक्षा दी. इस बार भी उनका चयन IRS के लिए ही हुआ. इसके बाद उन्होंने IRS में ही काम  जारी रखने का फैसला किया और 1995 में आयकर विभाग में असिस्टेंट कमिश्नर बन गए.

हायर एजुकेशन के लिए ली छुट्टी
वर्ष 2000 में अरविंद केजरीवाल ने हायर एजुकेशन के लिए दो साल का सवैतनिक अवकाश लिया. उन्हें शर्त पर छुट्टी दी गई थी कि वापसी पर वह कम से कम तीन साल तक नौकरी छोड़ेंगे नहीं. अगर वह ऐसा करते, तो उन्हें छुट्टी के दौरान दी गई सैलरी वापस करनी होती. जब केजरीवाल 2002 में लौटे, तो उन्हें एक साल तक कोई पोस्टिंग नहीं मिली, लेकिन इस दौरान उन्हें सैलरी मिलती रही. इसके बाद उन्होंने 18 महीने की बिना वेतन छुट्टी का आवेदन किया, जो मंजूर हो गया.

आखिरकार दिया इस्तीफा
2006 में अरविंद केजरीवाल ने संयुक्त आयकर आयुक्त के पद से इस्तीफा दे दिया. तीन साल से पहले इस्तीफा देने पर उन्हें सरकार को दो साल की सैलरी लौटानी थी, इसलिए उन्होंने 2011 में 9,27,787 रुपये का भुगतान किया. इसके बाद वह अन्ना हजारे के साथ लोकपाल बिल के आंदोलन में शामिल हो गए. इस आंदोलन के बाद आम आदमी पार्टी का गठन हुआ और 2013 में उन्होंने पहली बार दिल्ली में सरकार बनाई. इसके बाद वह 2015 और 2020 में फिर से सीएम बने.

Bharat Baani Bureau

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