नई दिल्ली 17 सितम्बर 2024 : रूस-यूक्रेन जंग के बीच वोलोदिमीर जेलेंस्की जेलेंस्की की असल टेंशन अब बढ़ने वाली है. पुतिन ने ऐसा आदेश दिया है, जिससे यूक्रेन ही नहीं, अमेरिका समेत नाटो देशों में खलबली मच जाएगी. रूसी राष्ट्रपति पुतिन एक बार फिर अपनी आर्मी की ताकत बढ़ाने जा रहे हैं. उन्होंने रूसी सैनिकों की संख्या बढ़ाने का आदेश दिया है. रूसी सेना में 1.80 लाख सैनिकों की भर्ती की जाएगी. इससे रूसी आर्मी में सक्रिय जवानों की संख्या 15 लाख हो जाएगी. सेना में 180000 सैनिक बढ़ाए जाने के बाद 15 लाख एक्टिव सैनिकों की ताकत के साथ रूस की सेना चीन के बाद दूसरी सबसे बड़ी सेना होगी. यूक्रेन संग जंग के बाद यह तीसरी बार है, जब पुतिन ने 2022 के बाद सेना का आकार बढ़ाया है.

क्रेमलिन के आदेश के मुताहिक, इस बढ़ोतरी के बाद रूस के कुल सैन्यकर्मियों की संख्या करीब 24 लाख हो जाएगी. पुतिन ने रूसी सशस्त्र बलों की कुल संख्या को 23 लाख 80 हजार करने का आदेश दिया है. इसमें 15 लाख सक्रिय सैनिक होंगे. रूसी सेना में शामिल होने वाले ये नए जवान स्टाफ दिसंबर से ड्यूटी पर फर्ज निभाने को तैयार हो जाएंगे. एक्टिव सैनिकों के मामले में रूस से आगे अब केवल चीन ही है. अमेरिका तक को रूस ने पीछे छोड़ दिया है. चीन के पास करीब 20 लाख एक्टिव सैन्यकर्मी हैं. वहीं, भारत के पास करीब 14 लाख एक्टिव सैन्य जवान हैं.

जेलेंस्की की बढ़ेगी टेंशन
यहां बताना जरूरी है कि फरवरी 2022 में यूक्रेन पर हमले के बाद से पुतिन तीसरी बार अपनी सेना का विस्तार कर रहे हैं. पुतिन का यह नया आदेश जेलेंस्की के लिए बड़े टेंशन से कम नहीं है. रूस को अमेरिका समेत नाटो देश अलग-थलग करने और पुतिन को तोड़ने में लगे हैं. मगर पुतिन झुकने की जगह और अपनी ताकत ही बढ़ा रहे हैं. जेलेंस्की भले ही यूक्रेन जंग में युद्ध विराम चाहते हैं, मगर पुतिन के इरादों से लग नहीं रहा कि वह जंग इतनी जल्दी खत्म होने देंगे. हालांकि, पुतिन अपनी शर्तों पर सीजफायर चाहते हैं. आर्मी की संख्या को बढ़ाने की पीछे मकसद यह भी हो सकता है कि वह युद्ध को अभी और लंबा खींचना चाहते हैं.

क्यों अहम है यह आदेश
पुतिन का यह आदेश इसलिए भी अहम है, क्योंकि रूस के कुर्स्क क्षेत्र में यूक्रेन आर्मी घुस चुकी है. साथ ही पिछले महीने यूक्रेन ने कुर्स्क क्षेत्र में सीमा पार से बिजली की तेजी से हमला किया था. यह द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से रूसी क्षेत्र पर पहला विदेशी आक्रमण था. यही वजह है कि अब पुतिन गुस्से से लाल हो चुके हैं और वह यूक्रेन के खिलाफ और कड़ा रुख अपनाते जा रहे हैं. पिछले हफ्ते रूस ने कुर्स्क से यूक्रेनी सैनिकों को खदेड़ने के अपने प्रयास तेज कर दिए और पूर्वी डोनबास क्षेत्र के महत्वपूर्ण यूक्रेनी शहर पोक्रोवस्क की ओर बढ़ रहा है. 2022 के बाद से पुतिन ने लड़ाकू सैनिकों की संख्या में दो बार विस्तार का आदेश दिया है.

पुतिन ने कब-कब बढ़ाए सैनिक
अगस्त 2022 में पुतिन ने 1,37,000 सैनिकों की वृद्धि का आदेश दिया था. इससे रूसी सेना में जवानों की संख्या 20 लाख से थोड़ी अधिक हो गई थी. इसमें 11.5 लाख एक्टिव सैनिक शामिल थे. फिर दिसंबर में व्लादिमीर पुतिन ने 1,70,000 सैनिकों के एक और आधिकारिक विस्तार का आदेश दिया, जिससे कुल संख्या 13.2 लाख हो गई. पुतिन के इस कदम से अब जेलेंस्की खौफ में होंगे. एक्टिव सैनिकों की संख्या से अमेरिका भी कम टेंशन में नहीं होगा.

Bharat Baani Bureau

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