नई दिल्‍ली 30 सितम्बर 2024 . हम और आप अक्‍सर किसी ना किसी ऑनलाइन फूड डिलवरी ऐप से खाना मंगवाते ही रहते हैं. बड़े शहरों में ऑनलाइन खाना मंगवाने का चलन बेहद आम हैं. अब मार्केट में ऐसी-ऐसी कंपनियां आ गई हैं जो हमारी छोटी-छोटी जरूरत के सामनों को भी महज चंद मिनटों में घर बैठे-बैठे उपलब्‍ध कराने का दावा करती हैं. इतनी जल्‍दबाजी में खाना पहुंचाने के कारण सड़कों पर हादसे भी बढ़ने लगे हैं. देश की सिलिकॉन वैली के नाम से मशहूर बेंगलुरु सिटी में भी अन्‍य बड़े शहरों की तर्ज पर यह कल्‍चर काफी ज्‍यादा चलन में है. हादसों को कम करने के लिए बेंगलुरू पुलिस ने ऐसा एक्‍शन लिया, जिसे यह ऑनलाइन डिलीवरी कंपनियां भी याद रखेंगी.

बेंगलुरु मिरर की रिपोर्ट के अनुसार बेंगलुरु की ट्रैफिक पुलिस ने फूड डिलीवरी ऐप के खिलाफ पिछले सप्‍ताह एक दिन का स्‍पेशल अभियान चलाया था. इस अभियान के तहत शहर के हर हिस्‍से में स्‍पेशल टीम बनाकर पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया. उन स्‍थानों को ज्‍यादा टारगेट किया गया, जहां सबसे ज्‍यादा बाहर से आने वाले लोग रहते हैं. ऐसा इसलिए क्‍योंकि बाहर से आने वाली आबादी ही यहां ज्‍यादातर अकेले रहती है और सबसे ज्‍यादा ऑनलाइन खाना मंगवाना पसंद करती है. मोटर व्‍हिकल एक्‍ट की धारा 1988 के तहत अलग-अलग ट्रैफिक नियमों का उल्‍लंघन करने वाले लोगों के जमकर चलान काटे गए. इनमें रेडलाइट जंप करने से लेकर खतरनाक तरीके से दोपहिया वाहन चलाना और बिना हेलमेट पहने स्‍कूटर-बाइक चलाना शामिल हैं.

फूड डिलीवरी वाले स्‍कूटर-बाइक पर एक्‍शन
ट्रैफिक पुलिस का कहना है कि एक दिन में कुल 145 ऐसे केस दर्ज किए गए, जिनमें ऑनलाइन डिलीवरी करने वाले स्‍कूटर-बाइक ट्रैफिक नियमों को तोड़ते हुए पाए गए. इस अभियान का उद्देश्य सड़क पर चल रहे अन्‍य वाहन और पैदल चल रहे लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना था. ट्रैफिक पुलिस ने तमाम बड़ी फूड डिलीवरी ऐप से यह अनुरोध किया कि वो जल्‍दबाजी में फूड डिलीवरी करने के चक्‍कर में ट्रैफिक नियमों का उल्‍लंघन ना करें. बता दें कि हाल ही में एक ऐसी फूड डिलवरी ऐप भी लॉन्‍च हुई है जो महज 10 मिनट में लोगों को घर बैठे-बैठे जरूरत का सामान पहुंचाने का दावा कर रही है. इसे लेकर सोशल मीडिया पर लोगों ने ऐप को काफी ट्रोल भी किया था.

Bharat Baani Bureau

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