विकास झा/इंदौर: मध्यप्रदेश के इंदौर में छह साल बाद फिर से चिकनगुनिया ने दस्तक दी है. इस बार शहर में अब तक 10 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है, जिससे स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है. इंदौर में चिकनगुनिया का प्रकोप तेजी से फैल रहा है, और पीड़ित मरीजों में तेज बुखार, जोड़ों में दर्द और सूजन जैसे लक्षण देखे जा रहे हैं. इन लक्षणों के कारण मरीजों को चलने-फिरने में भी मुश्किल हो रही है.
चिकनगुनिया के मामलों में सितंबर के महीने में तेजी देखी गई है. जीएमसी में इस महीने चिकनगुनिया के 170 टेस्ट किए गए, जिनमें से सोमवार को आठ नए मामले सामने आए, जिससे कुल मामलों की संख्या 10 हो गई. जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. दौलत पटेल ने बताया कि विभाग द्वारा डेंगू और चिकनगुनिया दोनों के टेस्ट किए जा रहे हैं, और आवश्यक सावधानी बरती जा रही है.
चिकनगुनिया के लक्षण और प्रभाव
चिकनगुनिया एडिस मच्छर के काटने से फैलता है, जो दिन में अधिक सक्रिय होते हैं. इस बीमारी से पीड़ित मरीजों में तेज बुखार, जोड़ों में सूजन, एड़ी और पैरों में दर्द, और हाथ-पैरों में लाल चकत्ते देखने को मिलते हैं. कुछ मामलों में शरीर में सूजन भी हो जाती है. प्लेटलेट्स कम होने के कारण मरीजों को कमजोरी महसूस होती है, और बीमारी का असर 4 से 6 दिन तक रह सकता है.
इससे पहले 2018 में चिकनगुनिया का प्रकोप इंदौर में देखा गया था. इस बार कई परिवारों में एक से अधिक सदस्य इसके शिकार हो रहे हैं. जिन मरीजों को पहले डेंगू या चिकनगुनिया हो चुका है, उन्हें फिर से संक्रमित होने की संभावना कम होती है, हालांकि रेयर केस में यह दोबारा हो सकता है.
चिकनगुनिया से बचाव के उपाय
मच्छरों से बचने के लिए अपने आसपास साफ-सफाई बनाए रखें.
विशेष रूप से दिन के समय मच्छरों से सावधान रहें, क्योंकि एडिस मच्छर दिन में काटते हैं.
मच्छरों से बचाव वाली क्रीम का उपयोग करें और अपने पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें.
घर के अंदर मच्छरदानी लगाकर सोएं.
मच्छर रोधी दवाइयों का छिड़काव करें और जहां पानी जमा हो, वहां जला हुआ तेल डाल दें.
चिकनगुनिया होने पर क्या करें
अगर आपको चिकनगुनिया हो जाता है, तो अधिक से अधिक तरल पदार्थों का सेवन करें और तला-भुना भोजन करने से बचें. डॉक्टर की सलाह के बिना कोई दवाई न लें. जितना हो सके घर पर रहें और आराम करें. पानी जमा होने वाले स्थानों पर ध्यान दें और मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए उचित कदम उठाएं.
इंदौर के हॉटस्पॉट क्षेत्र
चिकनगुनिया ने इंदौर के व्यस्ततम इलाकों को टारगेट किया है. विजय नगर, महालक्ष्मी नगर, भवरकुआ, और मुसाखेड़ी जैसे इलाके इस समय हॉटस्पॉट बने हुए हैं, जहां स्वास्थ्य विभाग की टीमें विशेष निगरानी रख रही हैं. इन इलाकों में फॉगिंग और दवाइयों का छिड़काव किया जा रहा है ताकि मच्छरों के प्रसार को रोका जा सके.
निष्कर्ष
इंदौर में चिकनगुनिया के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं, और इसका तेजी से प्रसार हो रहा है. स्वास्थ्य विभाग ने आवश्यक कदम उठाते हुए फॉगिंग और दवाइयों का छिड़काव शुरू कर दिया है. मच्छरों से बचाव के लिए लोगों को सतर्क रहना होगा और स्वच्छता बनाए रखनी होगी ताकि इस बीमारी से बचा जा सके.