नई दिल्ली. ‘बाहुबली’, ‘हीरामंडी’ और ‘पद्मावत’ जैसी कई वेब सीरीज और फिल्में हैं जिनके सेट काफी आइकॉनिक हैं. ये फिल्में और सीरीज जितनी पॉपुलर हुई थीं, उतने ही पॉपुलर इनके सेट भी हुए थे.आज भी देश-विदेश में इन फिल्मों का क्रेज ऐसा है कि लोग दूर-दूर से इन फिल्मों के सेट को देखने आते हैं. ये तो हुई फिल्म सेट की बात, इन फिल्मों के लिए मेकर्स ने करोड़ों रुपये खर्च कर भव्य सेट का निर्माण किया था, लेकिन दशकों पहले एक ऐसी फिल्म आई थी जिसके लिए किसी सेट का नहीं बल्कि एक पूरे गांव का निर्माण किया गया था.
अब आप शायद सोच में पड़ गए होंगे कि आखिर ऐसी कौन सी फिल्म थी जिसके लिए पूरे सेट का निर्माण किया गया था. ये साल 1975 में आई ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘शोले’ है. रमेश सिप्पी के निर्देशन में बनी ‘शोले’ ने बॉक्स-ऑफिस पर जबरदस्त कमाई की थी और झमाझम नोट छापे थे. आज भी इस फिल्म की गिनती हिंदी सिनेमा के इतिहास की सबसे शानदार फिल्मों में होती है.
गांव पर बेस्ड थी फिल्म
एक्शन-कॉमेडी-रोमांस और ट्रेजेडी से भरपूर इस फिल्म में हेमा मालिनी, धर्मेंद्र, अमिताभ बच्चन, जया बच्चन, संजीव कुमार और अमजद खान ने अहम भूमिका निभाई थी. रमेश सिप्पी के निर्देशन में बनी इस फिल्म की कहानी रामगढ़ नाम के गांव के इर्द-गिर्द बुनी गई है. ये रामगढ़ गांव असल में बसाया गया था. ये एक गांव को डाकुओं से बचाने की कहानी थी.
टूरिस्ट डेस्टिनेशन है फिल्म का गांव
फिल्म ‘शोले’ का रामगढ़ गांव असल में बेंगलुरु और मैसूर के बीच स्थित पहाड़ियों में है जिसका असली नाम ‘रामनगरम’ है. आज भी दूर-दूर से लोग इस गांव को देखने आते है जिससे यहां के टूरिज्म को काफी बढ़ावा मिलता है. धर्मेंद्र, अमिताभ बच्चन और हेमा मालिनी की फिल्म की पॉपुलैरिटी का इस गांव को अबतक फायदा मिल रहा है.