बिजनेस, 2 दिसंबर 2024 (भारत बानी ब्यूरो ) – अक्टूबर में त्योहारी बिक्री के कारण UPI ट्रांजैक्शन की मात्रा (volume) ऑलटाइम हाई पर पहुंचने के बाद नवंबर में इसमें 7% की गिरावट आई, और यह 15.48 अरब तक पहुंच गया। वहीं, लेनदेन की वैल्यू 8% घटकर 21.55 लाख करोड़ रुपए रह गई। यह आंकड़ा नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के डेटा से सामने आया है।
अक्टूबर में UPI ने 16.58 अरब लेनदेन दर्ज किए थे, जिनकी वैल्यू 23.5 लाख करोड़ रुपए थी, जो इस डिजिटल भुगतान प्रणाली के शुरुआत के बाद से सबसे अधिक था। सितंबर में यह आंकड़ा 15.04 अरब वॉल्यूम और 20.64 लाख करोड़ रुपए वैल्यू था। अक्टूबर में उछाल मुख्य रूप से त्योहारी सीजन में पर्सन-टू-मर्चेंट लेनदेन में वृद्धि के कारण था, जो नवंबर में स्वाभाविक रूप से कम हो गया।
नवंबर 2023 की तुलना में UPI में 38% वॉल्यूम और 24% वैल्यू की वृद्धि हुई। हालांकि, नवंबर में दैनिक लेनदेन की संख्या 535 करोड़ से घटकर 51.6 करोड़ हो गई, और दैनिक लेनदेन का मूल्य 75,801 करोड़ से घटकर 71,840 करोड़ पर आ गया।
IMPS में गिरावट
नवंबर में तत्काल भुगतान सेवा (IMPS) में भी गिरावट आई। IMPS लेनदेन की मात्रा 13% घटकर 40.8 करोड़ हो गई, जबकि वैल्यू 11% घटकर 5.58 लाख करोड़ रुपए रह गई।
FASTag में वृद्धि, लेकिन वैल्यू में मामूली गिरावट
नवंबर में FASTag लेनदेन की मात्रा 4% बढ़कर 35.9 करोड़ हो गई, जबकि इन लेनदेन का मूल्य 1% घटकर 6,070 करोड़ रुपए हो गया।
आधार सक्षम भुगतान प्रणाली (AePS) में बड़ी गिरावट
आधार सक्षम भुगतान प्रणाली (AePS) में नवंबर में बड़ी गिरावट देखी गई। वॉल्यूम 27% घटकर 9.2 करोड़ हो गया, और वैल्यू 27% घटकर 23,844 करोड़ रुपए रह गई।
इन आंकड़ों से साफ है कि त्योहारी सीजन के बाद UPI और अन्य भुगतान माध्यमों में सामान्य कमी आई है, जबकि कुछ भुगतान प्रणालियों में गिरावट का रुख जारी है।
सारांश – नवंबर में UPI ट्रांजैक्शन्स में अक्टूबर के मुकाबले 7% गिरावट आई, और लेनदेन की वैल्यू 8% घटकर 21.55 लाख करोड़ रुपए रह गई। अक्टूबर में त्योहारी सीजन के दौरान UPI ट्रांजैक्शन्स की मात्रा रिकॉर्ड ऊंचाई पर थी। IMPS ट्रांजैक्शन में भी 13% की गिरावट आई, और FASTag ट्रांजैक्शन्स की मात्रा बढ़ी, लेकिन वैल्यू में मामूली गिरावट आई। इसके अलावा, आधार सक्षम भुगतान प्रणाली (AePS) में भी 27% की गिरावट दर्ज की गई। इस प्रकार, त्योहारी उछाल के बाद भुगतान प्रणालियों में सामान्य कमी आई है।