2 दिसंबर 2024 (भारत बानी ब्यूरो ) – भारतीय रसोई में तेल का इस्तेमाल लगभग हर व्यंजन में होता है, और यह स्वास्थ्य को बनाए रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, खासकर दिल के स्वास्थ्य में। जब बात दिल को स्वस्थ रखने की आती है, तो तेल के प्रकार के गुणों को समझना जरूरी होता है। चलिए जानते हैं कि सरसों का तेल और जैतून का तेल (ऑलिव ऑयल) में से कौन सा तेल दिल के लिए अधिक फायदेमंद है।
TOI की रिपोर्ट के अनुसार, दोनों तेलों में पोषक तत्व होते हैं, लेकिन दिल के स्वास्थ्य के लिहाज से इनके गुण अलग-अलग हैं। जैतून के तेल में सूजन-रोधी गुण होते हैं और यह मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड (MUFAs), विशेष रूप से ओलिक एसिड से भरपूर होता है, जो खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करने और अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) को बनाए रखने में मदद करता है। इसके अलावा, इसमें पॉलीफेनोल और विटामिन ई जैसे शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो हृदय रोग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली सूजन को कम करने में सहायक होते हैं।
दूसरी ओर, सरसों के तेल में फैटी एसिड होते हैं जो रक्त के थक्कों को रोक सकते हैं। यह तेल, जो आमतौर पर भारतीय खाना पकाने में इस्तेमाल होता है, अल्फा-लिनोलेनिक एसिड (ALA), ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड से भरपूर होता है, जो ट्राइग्लिसराइड्स को कम करने और रक्त के थक्कों को रोकने में मदद करता है। इसमें प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट और सूजन-रोधी गुण भी होते हैं। यह तेल उच्च तापमान पर खाना पकाने के लिए उपयुक्त है, जो भारतीय भोजन के लिए आदर्श है।
हालांकि, सरसों के तेल में इरुसिक एसिड भी पाया जाता है, जो इसके दिल से संबंधित सुरक्षा को लेकर चिंता का कारण बनता है। दिल के स्वास्थ्य के लिहाज से जैतून का तेल बेहतर विकल्प माना जाता है, खासकर जब कम तापमान पर खाना पकाना हो या ड्रेसिंग और डिप्स के लिए इसका उपयोग किया जाए। वहीं, सरसों का तेल भारतीय घरों में लंबे समय से इस्तेमाल हो रहा है और यह भारतीय व्यंजनों के लिए आदर्श है, क्योंकि इसका स्मोकिंग प्वाइंट अधिक होता है।
सारांश – जैतून का तेल और सरसों का तेल दोनों में पोषक तत्व होते हैं, लेकिन दिल के स्वास्थ्य के लिए जैतून का तेल अधिक फायदेमंद माना जाता है। जैतून का तेल सूजन-रोधी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर है, जो खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। वहीं, सरसों का तेल रक्त के थक्कों को रोकने और ट्राइग्लिसराइड्स कम करने में मदद करता है, लेकिन इसमें इरुसिक एसिड होने के कारण दिल के लिए उतना सुरक्षित नहीं माना जाता। सरसों का तेल उच्च तापमान पर पकाने के लिए उपयुक्त है, जबकि जैतून का तेल कम तापमान पर खाना पकाने और ड्रेसिंग के लिए आदर्श है।