2 दिसंबर 2024 (भारत बानी ब्यूरो ) – ओरल हेल्थ का महत्व: बीमारियों से बचाव के लिए जरूरी देखभाल
डॉ. राजीव के. चुघ, इंडियन डेंटल एसोसिएशन के अध्यक्ष, ने बताया कि खराब ओरल हेल्थ को अक्सर अनदेखा किया जाता है, जबकि यह गंभीर बीमारियों, जैसे डायबिटीज, हृदय रोग और प्रीमेच्योर बर्थ का कारण बन सकती है। अमृत रत्न समारोह में उन्होंने कहा कि दांतों की देखभाल हमारे संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए अनिवार्य है।
ओरल हेल्थ सुधारने के टिप्स:
- दैनिक ब्रशिंग: फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट से दिन में दो बार ब्रश करें और जीभ की सफाई भी करें।
- फ्लॉसिंग: दांतों के बीच फंसे कण हटाने के लिए रोजाना फ्लॉस करें।
- माउथवॉश: बैक्टीरिया खत्म करने और सांस को ताजा रखने के लिए माउथवॉश का उपयोग करें।
- पानी का सेवन: भोजन के बाद कुल्ला करने से बैक्टीरिया और एसिड हटाने में मदद मिलती है।
- संतुलित आहार: कैल्शियम और विटामिन डी से भरपूर फलों, सब्जियों और डेयरी उत्पादों का सेवन करें।
- नियमित जांच: हर छह महीने में डेंटिस्ट से दांतों की सफाई और जांच कराएं।
ओरल हेल्थ के दुश्मन:
- मिठाइयां और सोडा: दांतों की सतह को नुकसान पहुंचाते हैं।
- तंबाकू: ओरल कैंसर और मसूड़ों की बीमारियों का कारण बन सकता है।
- एसिडिक चीजें: नींबू और सिरका इनेमल को कमजोर कर सकते हैं।
- हार्ड चीजें चबाना: दांतों में दरारें या टूट-फूट का खतरा बढ़ता है।
- ब्रश न करना: सोने से पहले ब्रश न करने से बैक्टीरिया सक्रिय रहते हैं, जिससे कैविटी हो सकती है।
इन सुझावों और सही आदतों को अपनाकर आप अपनी ओरल हेल्थ को बेहतर बना सकते हैं और गंभीर बीमारियों से बच सकते हैं।
सारांश – ओरल हेल्थ की अनदेखी से गंभीर बीमारियों का खतरा
इंडियन डेंटल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. राजीव के. चुघ ने कहा कि खराब ओरल हेल्थ डायबिटीज, हृदय रोग और प्रीमेच्योर बर्थ जैसी गंभीर समस्याओं का कारण बन सकती है। बेहतर ओरल हेल्थ के लिए नियमित ब्रशिंग, फ्लॉसिंग, माउथवॉश का इस्तेमाल, संतुलित आहार और हर छह महीने में डेंटिस्ट से जांच जरूरी है। मिठाइयां, तंबाकू, एसिडिक चीजें और ब्रश न करने की आदतें दांतों के लिए हानिकारक हैं। सही देखभाल से कई स्वास्थ्य समस्याओं को रोका जा सकता है।