Ayurvedic Remedies for Acidity:
9 दिसंबर 2024 (भारत बानी ब्यूरो ) – पेट में एसिडिटी तब होती है जब गैस्ट्रिक एसिड ज्यादा बनने लगता है, जिससे पेट फूलने, भारीपन, चिड़चिड़ाहट और कब्ज जैसी समस्याएं होती हैं। लंबे समय तक यह समस्या गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (GERD) में बदल सकती है। इन परेशानियों से बचना बेहद जरूरी है, और कुछ सरल आयुर्वेदिक उपाय अपनाकर इसे खत्म करना संभव है।
एसिडिटी दूर करने के 5 आयुर्वेदिक उपाय:
- गर्म पानी, नींबू और शहद
सुबह खाली पेट हल्के गर्म पानी में नींबू का रस और शहद मिलाकर पिएं। यह पेट का पीएच संतुलित करता है और एसिडिटी को नियंत्रित करता है। इसे नियमित रूप से अपनाएं। - एक्सरसाइज करें
पेट की समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए रोजाना कम से कम 30 मिनट की एक्सरसाइज करें। तेज चलना, दौड़ना, तैराकी, या अन्य ऐसी गतिविधियां करें जो पूरे शरीर को सक्रिय करें। - केला शेक
नाश्ते में केला और ठंडे दूध का शेक पिएं। केला प्राकृतिक एंटासिड है जो पेट की परत को मजबूत और स्मूथ करता है। - नारियल पानी
दिन में एक बार नारियल पानी जरूर पिएं। यह पेट में एसिड को न्यूट्रल करता है, खासकर खाली पेट पीने से ज्यादा फायदा होता है। - सौंफ का सेवन
खाने के बाद सौंफ चबाएं या सौंफ की चाय पिएं। अदरक, सौंफ, और दालचीनी की चाय भी पेट की समस्याओं के लिए फायदेमंद होती है।
सारांश – इन उपायों को अपनाने से 1-2 सप्ताह में एसिडिटी और पेट की अन्य परेशानियों से राहत मिलेगी।
एसिडिटी और पेट संबंधी समस्याओं से राहत पाने के लिए पांच आयुर्वेदिक उपाय अपनाएं:
- गर्म पानी, नींबू और शहद – सुबह खाली पेट इसे पीने से पेट का पीएच बैलेंस होता है।
- एक्सरसाइज – रोजाना कम से कम 30 मिनट एक्सरसाइज करें, जैसे दौड़ना या तैराकी।
- केला शेक – केला और ठंडे दूध का शेक पेट की परत को मजबूत करता है।
- नारियल पानी – दिन में एक बार नारियल पानी पीने से एसिड न्यूट्रल होता है।
- सौंफ – खाने के बाद सौंफ चबाएं या सौंफ की चाय पिएं, यह डाइजेशन को सुधारता है।
इन उपायों से 1-2 सप्ताह में राहत मिल सकती है।