नई दिल्ली 17 दिसंबर 2024 (भारत बानी ब्यूरो ) : ‘पुष्पा 2’ के प्रीमियर में हुई फैन की मौत मामले में एक बड़ी खबर सामने आ रही है. हमारी सहयोगी वेबसाइइट CNN-News18 को पता चला है कि इस मामले अल्लू अर्जुन को मिली अंतरिम जमानत को चुनौती देने के लिए तेलंगाना पुलिस अधिकारी अब सुप्रीम कोर्ट का रुख कर सकते हैं.
अल्लू अर्जुन को 13 दिसंबर 2024 को हैदराबाद के संध्या थिएटर में ‘पुष्पा 2: द रूल ‘की स्क्रीनिंग के दौरान एक महिला की मौत के केस में गिरफ्तार किया गया था. 4 दिसंबर को फिल्म के प्रीमियर के दैरान हैदराबाद स्थित संध्या थिएटर में अल्लू अर्जुन और संगीत निर्देशक देवी श्री प्रसाद के अचानक पहुंचने के बाद वहां भारी भीड़ जमा हो गई थी. इस दौरान मची भगदड़ में थिएटर का मुख्य गेट गिर गया, जिससे अफरातफरी मच गई. इस हादसे में 35 साल की महिला की मौत हो गई और उसका 9 साल बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया.
50,000 के निजी मुचलके पर मिली है 4 हफ्ते की अंतरिम जमानत
इसी मामले में शुक्रवार (13 दिसंबर) को ‘पुष्पाभाऊ’ यानी अल्लू अर्जुन को उनके घर से हैदराबाद पुलिस ने गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उन्हें कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया था. हालांकि, इसके बाद एक्टर ने अपने वकील की मदद से हाईकोर्ट में जमानत याचिका दाखिल की. उन्हें 50,000 रुपये के निजी मुचलके पर 4 हफ्ते की अंतरिम जमानत दी गई थी. हालांकि, कागजी कार्यवाही में देरी के कारण उन्हें एक रात जेल में बितानी पड़ी और शनिवार (14 दिसंबर) सुबह-सुबह रिहा हुए.
जमानत मिलने के बाद अल्लू अर्जुन का बयान
रिहाई के बाद, अल्लू अर्जुन ने इस घटना को ‘बहुत दुर्भाग्यपूर्ण” बताया था’. तेलुगु सुपरस्टार ने एक बयान में कहा था, ‘मैं सभी का धन्यवाद करता हूं, यह घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण थी, हम जो कुछ भी हुआ उसके लिए बेहद खेद व्यक्त करते हैं, हम परिवार के साथ हैं, यह किसी के साथ नहीं होना चाहिए था, मैं हर तरह से परिवार का समर्थन करने के लिए तैयार हूं, मैं सभी का आभारी हूं.’
बाद में, एक अन्य बयान में, एक्टर ने खुलासा किया कि उन्होंने त्रासदी के बाद भगदड़ पीड़ित से क्यों नहीं मुलाकात की और स्पष्ट किया कि उनके कानूनी टीम ने उन्हें इस समय परिवार से मिलने से मना किया था. एक्टर ने कहा था कि मैं युवा श्री तेज के बारे में गहराई से चिंतित हूं, जो इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद लगातार चिकित्सा देखभाल में है. चल रही कानूनी कार्यवाही के कारण, मुझे इस समय उनसे और उनके परिवार से मिलने की सलाह नहीं दी गई है. मेरी प्रार्थनाएं उनके साथ हैं और मैं चिकित्सा और पारिवारिक जरूरतों को पूरा करने की जिम्मेदारी लेने के लिए प्रतिबद्ध हूं. मैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं और जल्द से जल्द उनसे और उनके परिवार से मिलने की उम्मीद करता हूं.