काबुल 30 दिसंबर 2024 (भारत बानी ब्यूरो ) – तालिबान के राज में अफगानिस्तान में महिलाओं की जिंदगी लगातार बद से बदतर होती जा रही है. अब तालिबान के नेता हिबतुल्लाह अखुंदजादा ने आदेश दिया है कि इमारतों में ऐसी खिड़कियां नहीं होनी चाहिए जहां महिलाएं बैठ या खड़ी हो सकती हैं. एक्स पर पोस्ट किए गए चार-खंडों के आदेश के मुताबिक यह आदेश नई इमारतों के साथ-साथ मौजूदा इमारतों पर भी लागू होता है. खिड़कियां यार्ड या रसोई जैसे घरेलू हिस्सों को नहीं दिखानी चाहिए या उनमें नहीं खुलनी चाहिए. अगर कोई खिड़की ऐसी जगह की ओर दिखती है, तो उस मकान के लिए जिम्मेदार इंसान को दीवार, बाड़ या स्क्रीन लगाकर उसे बंद करने का कोई तरीका खोजना होगा.
तालिबान के आदेश में कहा गया है कि नगर पालिकाओं और अन्य अधिकारियों को आवासीय संपत्तियों के अंदर या ऊपर देखने वाली खिड़कियां लगाने से बचने के लिए नई इमारतों के निर्माण की निगरानी करनी चाहिए. वहीं इसी कड़ी के एक दूसरे आदेश में तालिबान ने कहा कि वे अफगानिस्तान में महिलाओं को काम पर रखने वाले सभी राष्ट्रीय और विदेशी गैर सरकारी समूहों को बंद कर देंगे. दो साल पहले तालिबान ने अफगान महिलाओं को काम पर रखने से मना किया था. इसका कारण ये बताया गया था कि कामकाजी महिलाएं कथित तौर पर इस्लामी हिजाब सही तरीके से नहीं पहनती थीं.
एक पत्र में अर्थव्यवस्था मंत्रालय ने चेतावनी दी कि ताजा आदेश का पालन न करने पर अफगानिस्तान में काम करने के लिए गैर सरकारी संगठनों का लाइसेंस रद्द हो जाएगा. मंत्रालय ने कहा कि वह राष्ट्रीय और विदेशी संगठनों द्वारा की जाने वाली सभी गतिविधियों के रजिस्ट्रेशन, समन्वय, नेतृत्व और निगरानी के लिए जिम्मेदार है. पत्र के मुताबिक सरकार एक बार फिर तालिबान द्वारा नियंत्रित नहीं किए जाने वाले संस्थानों में सभी महिला काम को रोकने का आदेश दे रही है. आदेश में कहा गया कि सहयोग की कमी के मामले में, उस संस्थान की सभी गतिविधियां रद्द कर दी जाएंगी और मंत्रालय द्वारा दिए गए उस संस्थान का गतिविधि लाइसेंस भी रद्द कर दिया जाएगा. यह तालिबान का एनजीओ गतिविधि को नियंत्रित करने या उसमें हस्तक्षेप करने की ताजा कोशिश है.