नई दिल्‍ली 2 जनवरी 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) -. बात जब ऑस्‍ट्रेलिया में जाकर क्रिकेट खेलने की हो और कंगारू टीम को जीत के लिए अंपायर्स का साथ ना मिले, ऐसा तो हो ही नहीं सकता. पिछले लगातार दो दौरों पर कंगारुओं को मात देने वाली भारतीय टीम इस बार भी जीत की मजबूत दावेदार मानी जा रही थी, लेकिन ऑस्‍ट्रेलियन्‍स अपनी हरकतों से बाज कहां आने वाले हैं. यशस्‍वी जायसवाल को मेलबर्न टेस्‍ट के आखिरी दिन जिस तरह से आउट दिया गया, उसने यह साफ कर दिया कि इस मैच में भी पैट कमिंस के धुरंधर अकेले नहीं थे. 12वें खिलाड़ी के रूप में थर्ड अंपायर शरफुद्दौला भी उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े थे.

बॉल यशस्‍वी जायसवाल के ग्‍लव्‍स या बैट को छूए बिना ही पीछे विकेटकीपर के दस्‍तानों में गई थी. तीसरे अंपायर ने तकनीक का सही से उपयोग किए बिना ही जायसवाल को आउट करार दे दिया. साल 2007-2008 में अनिल कुंबले की कप्‍तानी में भारतीय टीम ऑस्‍ट्रेलिया दौरे पर गई थी. तब हरभजन सिंह और एंड्रयू साइमंड्स के बीच मंकी गेट मामला सामने आया था. इसी मैच में अंपायर स्‍टीव बकनर भारत की हार में सबसे बड़े विलेन बनकर सामने आए थे. तब कप्‍तान अनिल कुंबले ने खुलकर बकनर की आलोचना करते हुए उन्‍हें ऑस्‍ट्रेलिया की टीम का 12वां खिलाड़ी करार दिया था.

एंड्रयू सायमंड्स का विकेट
चलिए हम आपको मंकी गेट कांड से जुड़े सिडनी टेस्‍ट के बारे में बताते हैं. स्‍टीव बकनर ने खुद मैच में अपने दो गलत फैसलों की बात स्‍वीकार की थी, जिसने भारत की लुटिया डुबो दी थी. सबसे पहले पहली पारी के दौरान एंड्रयू सायमंड्स को नॉटआउट करार दिया गया था. जब साइमंड्स 30 रन पर खेल रहे थे, तब वो ईशांत शर्मा की गेंद पर विकेट के पीछे एमएस धोनी के हाथों लपके गए लेकिन बकनर ने उन्‍हें आउट करार नहीं दिया था. रिप्ले में साफ पता चला कि बॉल बल्‍ले का किनारा लेकर गई थी. उस समय कोई डीआरएस नहीं था. जिसके बाद सायमंड्स ने 161 रन की पारी खेली.

आखिरी वक्‍त में हाथ से फिसला मैच
स्‍टीव बकनर यहीं नहीं रुके. इसके बाद उन्‍होंने मैच के आखिरी दिन राहुल द्रविड़ को इसी तर्ज पर गलत आउट दे दिया था. भारत को संभावित 72 ओवरों में 333 रनों का लक्ष्य दिया गया था. 34वें ओवर में जब भारत का स्‍कोर 115/3 पर था. अनिल कुंबले की टीम ड्रॉ के लिए संघर्ष कर रही थी. तब बिना मतलब के बकनर ने द्रविड़ को कैच आउट करार दिया था. द्रविड़ का बल्ला उनके पैड के पीछे लगा था और रिप्ले ने पुष्टि की कि गेंद द्रविड़ के घुटने के सामने के हिस्से से टकराई थी. बाद में माइकल क्लार्क ने मैच खत्‍म होने में महज छह मिनट पहले पांच गेंदों में भारत के आखिरी तीन विकेट चटकाए, और ऑस्ट्रेलिया ने मैच में जीत दिलाई. इसके साथ ही ऑस्‍ट्रेलिया की सीरीज पर लीड तक 2-0 से आगे बढ़ गई थी.

Bharat Baani Bureau

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