Alien Found In America 7 जनवरी 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) -: अमेरिका के वैज्ञानिक और सरकार एलियन को लेकर कई दावे करती रही हैं. अमेरिकी नागरिक भी कई मौकों पर आसामन में रहस्यमयी वस्तु देखने के दावे कर चुके हैं. ऐसा माना जाता रहा है कि जैसे हम साइंस में तरक्की करके अंतरिक्ष में दूसरी दुनिया या फिर मानव बस्ती बसाने की कोशिश कर रहे हैं, वैसे ही एलियन की दुनिया भी इंसानों से ज्यादा तरक्की की हैं. वे भी अंतरिक्ष में जीवन की तलाश में भटकते रहे हैं. हो सकता हो कि वे हमारी धरती पर नजर रख रहे हैं. सिर्फ अमेरिका ही नहीं दुनिया के कई देश आसमान में रहस्यमयी वस्तु देखे जाने का दावा कर चुके हैं. अमेरिका में 1953 में एक नाई (बार्बर) के दावे से हड़कंप मच गया था.

साल 1953 में नाई और उसके दोस्तों ने दावा किया था कि जब वे जॉर्जिया के मैबलटन के बैंकहेड हाईवे से जा रहे थे तब उनके ट्रक से अजीब प्राणी (एलियन) टकराए थे. उन्होंने ये भी दावा किया था कि एक उड़न तश्तरी हाईवे के पास स्थित मैदान में उतर रही थी. ये जीव उसमें सवार होने के लिए भाग रहे थे. इसी दौरान में एक जीव उनके ट्रक से टकरा गया था. फिर दो जीव तश्तरी में उड़कर गायब हो गए थे और एक मर गया था. इस खबर को अमेरिकी मीडिया में खूब कवरेज मिली थी. नाई और उसके साथियों को भी देशभर में फूल कवरेज मिली था. वे रातों-रात स्टार बन गए थे. हालांकि, वैज्ञानिकों ने जांच में उनके दावों का झूठा करार दिया था.

ऐसे रची एलियन वाली साजिश
हाल ही में, नेशनल आर्काइव ने प्रोजेक्ट ब्लू बुक के फाइल्स को पब्लिक के ओपन किया है. इसमें 7 जुलाई 1953 की उस नाई की घटना से लेकर 1969 तक के एलियन और उड़न तश्तरी से जुड़ी घटनाओं का अध्ययन है. इन फाइल में यूएस एयरफोर्स की स्टडी का उल्लेख किया गया है. जॉर्जिया के मैबलटन के एलियन से टकराने के दावे पर बात करते हुए जर्जिया ब्यूरो ऑफ इनवेस्टिगेशन के डॉ. हरमन जोन्स ने एमोरी विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों के साथ मिलकर बाताया कि वह एक बंदर का शव था. नाई वाटर्स ने अपनी कहानी को सच साबित करने के लिए पहले तो जानवर को मार डाला, फिर उसके पूरे बाल सेव कर डाले और उसके अंगों को क्षत विक्षत कर दिया ताकि वह एक एलियन के जैसा लगे.

जानवर क्रूरता का लगा फाइन
नाई वाटर्स ने लोगों से झूठ बोलने की बात को स्वीकार कर लिया. उस पर पशु क्रूरता का आरोप लगा. हालांकि बाद में उसे राहत दे दी गई. इसके अलावा हाइवे पर मरे हुए जानवर को छोड़े जाने पर $40 डॉलर का जुर्माना लगा. यह प्रकरण से ऐसा लगाता है कि एख इंसान फेमस होने के लिए कितना गिर सकता है या किसी भी हद तक जा सकता है. वह सच्चाई और नैतिकता को भी ताक पर रख सकता है.

प्रोजेक्ट ब्लू बुक की चर्चा क्यों?
प्रोजेक्ट ब्लू की चर्चा इतनी क्यों हो रही है. दरअसल, यह किताब अमेरिकी सरकार खासकर एयर फोर्स के उस स्टडी का लेखा जोखा है, जिसमें अमेरिका उड़न तश्तरी/ यूएफओ की स्टडी करती है. यह उन तीन किताबों में से एक है जिसमें एलियन की स्टडी की जाती है. दो अन्य किताबों का नाम- प्रोजेक्ट साइन और प्रोजेक्ट ग्रज है. इसमें अलौकिक प्राणियों के देखे जाने और उनकी उत्पति की स्टडी का लेखा जोखा है. इसमें उड़न तश्तरी को देखने वाले प्रत्यक्षदर्शी से लेकर मिलिट्री के निष्कर्षों का पूरा विवरण है.

यूएफएओ और प्रोजेक्ट ब्लू बुक का क्या विवाद
प्रोजेक्ट ब्लू बुक जारी होते ही कई विवाद भी सामने आ गए हैं. फाइलों के जारी होने से राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर गरमागरम बहसें शुरू हो गई हैं. कुछ लोगों का कहना है कि यूएफओ अमेरिकी सरकार की एक एडवांस सर्विलांस टेक्नोलॉजी या विदेशी सैन्य क्षमताओं के संकेत हो सकते हैं. हवाई घटनाओं के संबंध में चल रही जांच और सरकारी कार्रवाइयों में पारदर्शिता भी इसकी महत्व को उजागर करती है.

Bharat Baani Bureau

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