टोक्यो 14 जनवरी 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) -: भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे. भारत का नेतृत्व करने के लिए वह यहां पहुंचेंगे. हालांकि इस दौरान चीन को घेरने की तैयारी हो रही है. जापान स्थिर NHK-वर्ल्ड ने सूत्रों के हवाले से बताया कि जापान डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह के मौके पर क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक आयोजित करने के लिए अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और भारत के साथ समन्वय कर रहा है. जापानी सरकार कैबिनेट लाइनअप की मंजूरी के लिए अमेरिकी सीनेट प्रक्रियाओं का विश्लेषण करने के बाद इस मामले पर अंतिम निर्णय लेने की योजना बना रही है.
जापान के विदेश मंत्री इवाया ताकेशी ने रविवार को एनएचके के डिबेट कार्यक्रम में खुलासा किया कि वह 20 जनवरी को ट्रंप प्रशासन के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेंगे. जापान ने उम्मीद जताई है कि नया अमेरिकी प्रशासन स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत के लिए चारों देशों के बीच सहयोग बनाए रखने और मजबूत करने को महत्व देगा. डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति बनने से पहले ही अपने मंत्रियों को चुन लिया है. मार्को रूबियो को उन्होंने अमेरिका के विदेश मंत्री के रूप में चुना है.
अमेरिका जाएंगे डॉ. जयशंकर
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने शपथ ग्रहण समारोह में ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री पेनी वोंग को आमंत्रित किया है. उन्होंने इसे लेकर कहा, ‘मैं राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किए जाने पर सम्मानित महसूस कर रही हूं. यह ऑस्ट्रेलिया और यूएसए के बीच दृढ़ गठबंधन का प्रदर्शन है.’ इसके अलावा भारत के चाणक्य कहे जाने वाले विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर भी समारोह में शामिल होंगे. रविवार को भारत के विदेश मंत्रालय ने इसकी घोषणा की.
चीन का मुकाबला करने के लिए बना क्वाड
चीन का मुकाबला करने के लिए क्वाड बनाया गया था. क्वाड एक राजनयिक साझेदारी है, जिसमें ऑस्ट्रेलिया, भारत,जापान और अमेरिका शामिल हैं. यह एक खुले, स्थित और समृद्ध हिंद प्रशांत को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है. सितंबर 2024 में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने चौथे क्वाड लीडर्स शिखर सम्मेलन की मेजबानी की थी. यह मीटिंग बाइडन के गृह राज्य डेलावेयर के विलमिंगटन में हुई थी. इसमें ऑस्ट्रेलियाई प्रधान मंत्री एंथनी अल्बनीज, तत्कालीन जापानी पीएम फुमियो किशिदा और भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी शामिल हुए थे