20 जनवरी 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) छत्रपति संभाजी नगर : फिल्म निर्देशक फराह खान ने 10वें अजंता वेरुल इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में अपने मास्टरक्लास के दौरान यह महत्वपूर्ण बात कही कि फिल्में बनाते वक्त अपने जुनून को पोषित करना और व्यावसायिक मामलों (Business Matters) पर जागरूकता रखना जरूरी है. इस फिल्म महोत्सव में दुनिया भर की बेहतरीन फिल्मों को मराठी दर्शकों तक पहुंचाने का काम किया जा रहा है. मास्टरक्लास का संचालन निर्देशक जयाप्रद देसाई ने किया.

गीतों के माध्यम से कहानी को आगे बढ़ाना
फराह खान ने आगे कहा, “फिल्म की कहानी को आगे बढ़ाने के लिए गानों का उपयोग करना बेहद महत्वपूर्ण है. मुझे आइटम सॉन्ग्स के बजाय इस तरह के गाने करना पसंद है. मुझे लगता है कि यह मेरी ताकत है एक कोरियोग्राफर और निर्देशक के रूप में. केवल जब आप सपने देखते हैं, तब आपको उसे पूरा करने की ताकत मिलती है.”

एक सीखने की प्रक्रिया
फराह खान ने यह भी बताया कि कोरियोग्राफी और निर्देशन दोनों ही उनके लिए सीखने की प्रक्रिया रहे हैं. हालांकि वह पहले कोरियोग्राफर के रूप में काम कर रही थीं, लेकिन उन्होंने दृढ़ निश्चय किया था कि वह एक निर्देशक के रूप में काम करेंगी. इसलिए फिल्म ‘ओम शांति ओम’ को सिर्फ चौदह दिनों में लिखा और पूरा किया. फराह खान ने कहा, “अगर आप अपने जुनून और पेशे को जोड़ सकते हैं, तो यह निश्चित रूप से एक बेहतरीन प्रोडक्ट बनता है. मेरे लिए यह हमेशा महत्वपूर्ण रहा है.”

Bharat Baani Bureau

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