नई दिल्ली 13 फरवरी 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) -. बचपन में जब कोई क्रिकेट खेलना शुरु करता है तो किसी से भी पूछिए कि आप क्या करते हो तो जवाब आएगा बैटिंग और बॉलिंग दोनों . यानि  क्रिकेट के मैदान पर पैर रखते ही हर एक शख्स ऑलराउंडर होता है फिर ऐसा क्या है कि इसी जमात में से जब कुछ चेहरे आगे बढ़ते है तो ऑलराउंडर का टैग पीछे रह जाता है .

पर अब ऐसा लगता है कि ऑलराउंडर होना और उसमें बेस्ट होने का टैग आज की क्रिकेट की सबसे बड़ी डिमांड है और इसीलिए कोच गौतम गंभीर टीम में बढ़ते ऑलराउंडर्स की संख्या से खुश है . चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भी चुनी गई टीम में चार ऑलराउंडर है. एक समय ऐसा था कि कपिल दे के बाद देश के पास दूसरा वर्ल्ड क्लास ऑलराुंडर नहीं आया पर आज ऐसा नहीं ह.

ऑलराउंडर्स की प्लेइंग इलेवन 

टी-20 क्रिकेट और आईपीएल के बाद से भारत में ऑलराउंडर्स की संख्या इतनी बढ़ गई कि आप उनकी अपनी एक प्लेइंग इलेवन बना सकते है जिसमें एक से बड़कर एक क्वालिटी खिलाड़ी होंगे. ऑलराउंडर्स की टीम में पारी की शुरुआत व्यंकटेश अय्यर और अभिषेक शर्मा  नंबर तीन पर नितिश रेड्डी, नंबर 4 पर हार्दिक पांड्या, नंबर 5 पर अक्षर पटेल, नंबर 6 रवींद्र जडेजा, नंबर 7 पर ऋषभ पंत, नंबर 8 पर शार्दुल ठाकुर, नंबर 9 पर रमनदीप सिंह , नंबर 10 पर हर्षित राणा और नंबर ग्यारह पर शिवम दुबे के साथ ऑलराउंडर्स की टीम बना सकते है . मजे की बात देखिए ये सभी ग्यारह भारत के लिए खेल चुके है, इनमें हार्दिक भी हैं जो कप्तानी कर चुके है और उनको इस टीम का कप्तान बनाया जा सकता है  और सभी अभी प्रोफेशनल क्रिकेट खेल रहे है. मौजूदा कोच गौतम गंभीर भी ऐसी टीम देखकर खुश हो सकते है

ऑलराउंडर्स की टीम !

1-व्यंकटेश अय्यर 2- अभिषेक शर्मा  3- नितिश रेड्डी 4-हार्दिक पांड्या ( कप्तान) 5- अक्षर पटेल 6-रवींद्र जडेजा 7-ऋषभ पंत 8-शार्दुल ठाकुर 9- रमनदीप सिंह 10- शिवम दुबे 11- हर्षित राणा 12- रियान पराग 13-तनुष कोटियान 14-जलज सक्सेना 15- वॉशिंगटन सुंदर

धोनी जैसी टीम की दरकार 

धोनी ने जब दो वर्ल्ड कप जीता तो उनके पास वो खिलाड़ी थे जो बल्लेबाज होने के साथ अच्छी गेंदबाजी और वो गेंदबाज थे जो जरूरत पड़ने पर रन बना लेते थे. 2007 टी-20 वर्ल्ड कप में धोनी की टीम में वीरेंद्र सहवाग, युसुफ पठान, इरफान पठान युवराज सिंह , हरभजन सिंह और रोहित शर्मा जो तब गेंदबाजी करते थे ये सभी ऐसे खिलाड़ी थे जो दोनों डिपार्टमेंट में योगदान दे सकते थे. 2011 में युवराज सिंह, सुरेश रैना, वीरेद्र सहवाग ,आर अश्विन, युसुफ पठान और पियूष चावला सभी युटिलिटी क्रिकेटर थे. मौजूदा कोच गंभीर दोनों टीम के सदस्य थे जब टीम ने वर्ल्ड कप जीता. इसीलिए गौतम जब से टीम बने है वो धोनी के इस मूलमंत्र को अपना रहे है और अचानक भारतीय क्रिकेट में ऑलराउंडर्स की फौज नजर आ रही है .

सारांश: चैंपियंस ट्रॉफी के लिए कोच गौतम गंभीर की प्लेइंग इलेवन में 11 ऑलराउंडरों को जगह मिलने की संभावना। ऐसी टीम में कौन-कौन हो सकते हैं दावेदार? जानिए पूरी रणनीति।

Bharat Baani Bureau

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