नई दिल्ली 07 मार्च 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) -. सौरव गांगुली ने शतक ठोका तो सचिन तेंदुलकर ने 69 रन बनाए. 141 रन की ओपनिंग साझेदारी की बदौलत भारत ने 264 रन का स्कोर खड़ा किया. चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में यह स्कोर अच्छा खासा माना जा रहा था. लेकिन दूसरी पारी में मैदान पर कीवी तूफान आ गया और भारत से ट्रॉफी छीन ले गया. यह कहानी है भारत के पहली बार चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल खेलने की, जब न्यूजीलैंड ने 109 रन पर 4 विकेट गंवाने के बावजूद बड़े स्टाइल से मैच जीत लिया था.
चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में भारत पहली बार 2000 में पहुंचा था. केन्या में खेले गए इस टूर्नामेंट के फाइनल में भारत का मुकाबला न्यूजीलैंड से हुआ. हमेशा की तरह कागद कारे होने लगे कि भारत जीत का दावेदार है. कैमरे पर बड़े-बड़े दावे कि भारत के सामने न्यूजीलैंड टिक ही नहीं पाएगा. न्यूजीलैंड ने मैदान पर उतरते ही इन सारे दावों की कलई खोल दी.
15 अक्टूबर को नैरोबी में खेले गए फाइनल में न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी. भारतीय कप्तान सौरव गांगुली (117) और सचिन तेंदुलकर (69) ने 26.3 ओवर में 141 रन की साझेदारी कर भारत को बेहतरीन शुरुआत दी. जब यह साझेदारी चल रही थी तब भारत 300 के स्कोर के सपने पाल रहा था. सचिन के आउट होते ही यह सपना बुरी तरह बिखर गया. विकेटों का सिलसिला ऐसा शुरू हुआ कि वह 50 ओवर होने पर ही रुका. राहुल द्रविड़ 22, युवराज सिंह, 18, विनोद कांबली एक, रॉबिन सिंह 13 रन बनाकर आउट हुए. अजित आगरकर 15 और विजय दहिया एक रन बनाकर नाबाद रहे.
पांचवें नंबर पर आए क्रिस केर्न्स ने 102 रन की तूफानी पारी खेल बाजी पलट दी. घुंघराले बाल वाले केर्न्स को दूसरे छोर पर साथ भी ऑलराउंडर से ही मिला. टीम के दूसरे ऑलराउंडर क्रिस हैरिस ने 46 रन की पारी खेली. इन दोनों ने छठे विकेट के लिए 122 रन की साझेदारी कर भारत से जीत छीन ली. इसके साथ ही सौरव गांगुली का आईसीसी ट्रॉफी जीतने का सपना भी टूट गया.
सारांश:
चैम्पियन्स ट्रॉफी के फाइनल में भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। न्यूजीलैंड ने 109 रन पर 4 विकेट गंवा दिए थे, लेकिन फिर कीवी बल्लेबाजों ने तूफानी प्रदर्शन किया और भारत को मात दी। भारत की हार के कारणों में धीमी शुरुआत और महत्वपूर्ण विकेट्स का खो जाना शामिल रहा। यह मैच क्रिकेट फैंस के लिए एक कड़े मुकाबले के रूप में याद रहेगा।