क्वेटा 24 मार्च 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) – : पाकिस्तान की शहबाज सरकारन ने बलूचों के खिलाफ एक्शन के लिए एक नई तैयारी शुरू कर दी है. बलूच यकजेहती समिति (BYC) की प्रमुख महरंग बलूच और कई अन्य कार्यकर्ताओं पर आतंकवाद का आरोप लगाया है. मोर्चरी से जबरन शव ले जाने, हिंसा भड़काने और अन्य कथित अपराधों के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है. दरअसल पाकिस्तान की ट्रेन हाईजैकिंग में मारे गए पांच विद्रोहियों का शव क्वेटा सिविल अस्पताल के मुर्दाघर में रखा था. BYC सदस्यों ने यहां धावा बोल दिया और शवों को ले गए. इसके अलावा महरंग ने जबरन गायब किए गए लोगों के रिश्तेदारों की अवैध गिरफ्तारी और अवैध पुलिस रिमांड के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया था.
महरंग वर्तमान में 150 अन्य लोगों के साथ क्वेटा जिला जेल में बंद हैं. स्थानीय मीडिया ने सोमवार को बताया कि प्रदर्शनकारियों पर आतंकवाद, हत्या और हत्या का प्रयास, हिंसा-विद्रोह को भड़काना, अव्यवस्था पैदा करना, नस्लीय घृणा को बढ़ावा देना और संपत्ति को नुकसान पहुंचाने जैसे आरोप लगाए गए. इस बीच, बलूचिस्तान के कई शहरों में लगातार दूसरे दिन भी हड़ताल देखी गई. वहीं क्वेटा और आसपास के इलाकों में इंटरनेट सेवाएं रविवार को लगातार चौथे दिन भी बंद रहीं.
24 घंटे बाद भी अदालत में नहीं किया पेश
पाकिस्तान के प्रमुख दैनिक ‘डॉन’ से रविवार को बात करते हुए महरंग की बहन अस्मा बलूच ने कहा कि 24 घंटे से अधिक समय बीत चुका है, लेकिन महरंग को अदालत में पेश नहीं किया गया और न ही उसे कानूनी सलाहकार से मिलने दिया जा रहा. अस्मा ने कहा, ‘क्वेटा जिला जेल के अधिकारियों ने हमें मेरी बहन से मिलने की अनुमति नहीं दी और हमें उसे भोजन और अन्य आवश्यक वस्तुएं पहुंचाने की भी अनुमति नहीं दी गई.’
संगठन ने कहा, ‘महरांग बलूच की अवैध हिरासत को 38 घंटे से अधिक समय हो गया है, लेकिन उन्हें अभी भी उनके वकीलों और परिवार से मिलने की अनुमति नहीं दी जा रही है. बलूचिस्तान प्रांत में मनमाने ढंग से लोगों को हिरासत में लिए जाने की चिंताजनक खबरें भी आ रही हैं. पाकिस्तानी अधिकारियों को तुरंत महरंग बलूच और शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के लिए हिरासत में लिए गए अन्य लोगों को रिहा करना चाहिए, बलूच कार्यकर्ताओं को अवैध रूप से हिरासत में रखने के लिए तुच्छ मामलों में फंसाने से बचना चाहिए.’
इमरान की पार्टी पुलिस पर भड़की
BYC ने पाकिस्तान की पुलिस पर प्रांतीय राजधानी में प्रदर्शनकारियों के खिलाफ अत्यधिक बल प्रयोग करने का आरोप लगाया और दावा किया कि शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाई गईं, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई और दर्जनों लोग घायल हो गए. घायलों में सात की हालत गंभीर है. बलूचिस्तान नेशनल पार्टी-मेंगल (BNP-M) और नेशनल पार्टी (NP) ने ‘शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के खिलाफ अत्यधिक बल प्रयोग’ की निंदा की. इससे पहले, इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) ने ‘क्वेटा में बलूच यकजेहती समिति (BYC) के शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों’ के खिलाफ ‘बल के अत्यधिक और क्रूर प्रयोग’ की कड़ी निंदा की.
सारांश: पाकिस्तान में ट्रेन हाईजैक की घटना के बाद शहबाज सरकार बलूचों पर कड़ा रुख अपना रही है। बलूच नागरिकों को जबरन गिरफ्तार कर जेल में डाला जा रहा है, जिसके खिलाफ बलूचिस्तान में भारी प्रदर्शन हो रहे हैं।