नई दिल्ली 24 मार्च 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) –भारत हो या पाकिस्तान, दोनों ही देशों में सेना की वैल्यू बहुत है. भारत और पाकिस्तान की सेना में नौकरी, वेतन, योग्यता, ट्रेनिंग और अन्य पहलुओं की तुलना करने के लिए दोनों देशों की सैन्य प्रणालियों को समझना जरूरी है. भारतीय सेना में नौकरी कैसे मिलती है, इसकी सटीक जानकारी तो सबके पास है. लेकिन पाकिस्तानी सेना से जुड़ी जानकारियां हमने अलग-अलग सोर्स और वेबसाइट्स से इकट्ठा की हैं. जानिए दोनों देशों की सेना के बीच क्या अंतर है.
Indian Army Jobs: भारतीय सेना में नौकरी, वेतन, ट्रेनिंग, सुविधाएं
भारतीय सेना में नौकरी मिलना आसान नहीं है. इसके लिए कठिन प्रवेश परीक्षा पास करके ट्रेनिंग पूरी करनी होती है.
- प्रवेश प्रक्रिया:
सैनिक (Soldier): 10वीं या 12वीं पास उम्मीदवार भर्ती रैली के जरिए भारतीय सेना में शामिल हो सकते हैं. इसके लिए लिखित परीक्षा, शारीरिक परीक्षा और मेडिकल टेस्ट पास करना जरूरी है.
अधिकारी (Officer):
NDA (National Defence Academy): 12वीं पास (फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ्स) करने के बाद NDA परीक्षा और SSB (Service Selection Board) इंटरव्यू.
CDS (Combined Defence Services): ग्रेजुएशन के बाद CDS परीक्षा और SSB.
TES (Technical Entry Scheme): 12वीं (PCM) में 70%+ अंकों के साथ.
SSC (Short Service Commission): ग्रेजुएट्स के लिए. - आयु सीमा: सैनिक के लिए 17.5-21 साल, अधिकारियों के लिए 19-25 साल (पद के अनुसार)।
- भारतीय सेना में कितना वेतन मिलता है?
भारतीय सेना में 7वें वेतन आयोग के अनुसार सैलरी दी जाती है.
सैनिक (Sepoy): शुरुआती बेसिक सैलरी 21,700 रुपये प्रति माह. भत्तों (DA, HRA, आदि) के साथ 30,000-40,000 रुपये तक.
लेफ्टिनेंट (Lieutenant): शुरुआती बेसिक सैलरी 56,100 रुपये, भत्तों के साथ 70,000-1,00,000 रुपये तक.
कर्नल और ऊपर: 1,50,000-2,50,000+ रुपये प्रति माह.
भत्ते: सियाचिन भत्ता (42,500 रुपये प्रति माह), फील्ड एरिया भत्ता (10,500-21,000 रुपये), HRA, बच्चों की शिक्षा के लिए भत्ता, पेंशन आदि. - भारतीय सेना में नौकरी के लिए शैक्षिक योग्यता
सैनिक: न्यूनतम 10वीं या 12वीं.
अधिकारी: ग्रेजुएशन या 12वीं (पद के अनुसार). तकनीकी पदों के लिए इंजीनियरिंग डिग्री भी जरूरी हो सकती है. - कहां ट्रेनिंग होती है?
सैनिकों की ट्रेनिंग 9-12 महीने चलती है. इसके लिए उन्हें रेजिमेंटल ट्रेनिंग सेंटर (जैसे ग्रेनेडियर्स सेंटर-जबलपुर, राजपूताना राइफल्स सेंटर-दिल्ली) जाना होता है.
सेना में अधिकारी की ट्रेनिंग 1-1.5 साल चलती है. इसके लिए उन्हें NDA (खडकवासला, पुणे), IMA (देहरादून) और OTA (चेन्नई) जाना होता है.
- ट्रेनिंग के दौरान कितनी सैलरी मिलती है?
ट्रेनिंग के दौरान सैनिकों को कोई वेतन नहीं मिलता है, लेकिन मुफ्त भोजन और आवास की सुविधाएं मिलती हैं.
अधिकारी कैडेट्स को NDA/IMA में ट्रेनिंग के दौरान 56,100 रुपये स्टाइपेंड मिलता है.
Pakistan Army Jobs: पाकिस्तानी सेना में नौकरी, वेतन, ट्रेनिंग, सुविधाएं
पाकिस्तान में सेना रक्षा के साथ-साथ राजनीति और आंतरिक सुरक्षा में भी प्रमुख भूमिका निभाती है. जानिए पड़ोसी देश की सेना में नौकरी कैसे मिलती है.
- प्रवेश प्रक्रिया:
सैनिक (Soldier): 10वीं या 12वीं पास उम्मीदवार आर्मी रिक्रूटमेंट सेंटर में भर्ती के लिए आवेदन करते हैं. शारीरिक टेस्ट, लिखित परीक्षा और मेडिकल चेकअप जरूरी है.
अधिकारी (Officer):
PMA Long Course: इंटरमीडिएट या ग्रेजुएशन के बाद PMA (Pakistan Military Academy) के लिए ISSB (Inter Services Selection Board) टेस्ट.
Technical Cadet Course: 12वीं (FSc Pre-Engineering) में 65%+ अंक.
Short Service Commission: ग्रेजुएट्स के लिए. - आयु सीमा: सैनिक के लिए 17-23 साल, अधिकारियों के लिए 17-25 साल (पद के अनुसार).
- पाकिस्तानी सेना में कितना वेतन मिलता है?
पाकिस्तान में कोई आधिकारिक वेतन आयोग नहीं है, लेकिन अनुमानित आंकड़े:
सैनिक (Sepoy): शुरुआती सैलरी PKR 25,000-35,000 (पाकिस्तानी रुपये) प्रति माह यानी 13,000-18,000 INR.
लेफ्टिनेंट: शुरुआती सैलरी PKR 70,000-90,000 (36,000-47,000 INR).
कर्नल और ऊपर: PKR 2,00,000-3,50,000+ (1,00,000-1,80,000 INR).
भत्ते: हाई एल्टीट्यूड भत्ता, हाउसिंग, मेडिकल, बच्चों की शिक्षा आदि, लेकिन भारत की तुलना में कम. - पाकिस्तानी सेना में नौकरी के लिए शैक्षिक योग्यता
सैनिक: न्यूनतम 10वीं या 12वीं.
अधिकारी: 12वीं (FSc) या ग्रेजुएशन. तकनीकी पदों के लिए इंजीनियरिंग या मेडिकल डिग्री. - पाकिस्तानी सेना की ट्रेनिंग कहां होती है?
अवधि: सैनिक के लिए 6-9 महीने, अधिकारियों के लिए 1-2 साल.
सैनिक: विभिन्न रिक्रूटमेंट ट्रेनिंग सेंटर (जैसे अटक, लाहौर, कराची).
अधिकारी: PMA: काकुल, अब्बोटाबाद.
तकनीकी कोर्स: रावलपिंडी या कराची में.
- क्या ट्रेनिंग के दौरान सैलरी मिलती है?
ट्रेनिंग के दौरान सैनिकों को कोई वेतन नहीं मिलता है, सिर्फ सुविधाएं मिलती हैं.
PMA में अधिकारी कैडेट्स को PKR 30,000-40,000 (₹15,000-₹20,000 INR) स्टाइपेंड मिलता है.
भारत और पाकिस्तान की सेना में मुख्य अंतर
पहलू | भारत | पाकिस्तान |
प्रवेश प्रक्रिया | NDA, CDS, SSB, भर्ती रैली | PMA, ISSB, भर्ती सेंटर |
शुरुआती सैलरी (सैनिक) | 30,000-40,000 रुपये (भत्तों सहित) | PKR 25,000-35,000 (13,000-18,000 INR) |
शुरुआती सैलरी (अधिकारी) | 70,000-1,00,000 रुपये | PKR 70,000-90,000 (36,000-47,000 INR) |
योग्यता | 10वीं/12वीं/ग्रेजुएशन | 10वीं/12वीं/ग्रेजुएशन |
ट्रेनिंग लोकेशन | देहरादून, पुणे, चेन्नई आदि | काकुल, रावलपिंडी, कराची आदि |
ट्रेनिंग सैलरी | अधिकारियों को 56,100 रुपये स्टाइपेंड | अधिकारियों को 15,000-20,000 INR स्टाइपेंड |
सारांश: भारत और पाकिस्तान में सेना में भर्ती प्रक्रिया अलग-अलग होती है। दोनों देशों में वेतन, भत्ते और प्रमोशन की व्यवस्था भी भिन्न है। जानिए पूरी जानकारी!