25 मार्च 2025 (भारत बानी ब्यूरो): कानपुर और आसपास के 18 जिलों के मरीजों के लिए खुशखबरी है. अब पेट से जुड़ी गंभीर बीमारियों और ट्यूमर का इलाज पहले से ज्यादा आसान और सटीक होगा. जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के हैलट अस्पताल में अत्याधुनिक 4K 3D लैप्रोस्कोपिक तकनीक (4K 3D Laparoscopic System) लाई जा रही है. इस नई तकनीक की मदद से डॉक्टर ऑपरेशन के दौरान पेट के अंदर ट्यूमर या अन्य बीमारियों की स्थिति को ज्यादा स्पष्ट और सटीक तरीके से देख सकेंगे.

कैसे काम करेगी यह तकनीक?
इस नए लैप्रोस्कोपिक सिस्टम में 4K हाई-डेफिनिशन कैमरा जुड़ा होगा, जिससे पेट के अंदरूनी हिस्सों की बेहद साफ और वास्तविक इमेज मिलेगी. डॉक्टर एक विशेष 3D चश्मा पहनकर ऑपरेशन करेंगे, जिससे उन्हें अंदरूनी अंगों की गहराई और संरचना का बेहतर आभास होगा. यह नई तकनीक पारंपरिक लैप्रोस्कोपिक सर्जरी की तुलना में अधिक उन्नत होगी. पहले 2D लैप्रोस्कोपी में डॉक्टरों को अनुमान के आधार पर काम करना पड़ता था, लेकिन अब 3D विजन मिलने से ऑपरेशन ज्यादा सटीक और सुरक्षित होगा.

मरीजों को मिलेंगे ये बड़े फायदे
यह तकनीक मरीजों के लिए बेहद लाभदायक साबित होगी. चूंकि यह एक कम इनवेसिव प्रक्रिया है, इसलिए सर्जरी के बाद मरीजों को कम दर्द होगा और वे तेजी से स्वस्थ हो सकेंगे. ऑपरेशन के दौरान खून का नुकसान भी कम होगा, जिससे मरीजों को जल्दी छुट्टी मिलने की संभावना बढ़ जाएगी. डॉक्टरों को शरीर के अंदरूनी हिस्सों की सटीक जानकारी मिलने से ऑपरेशन ज्यादा सफल होंगे और गलतियों की संभावना कम होगी.

जटिल सर्जरी में बड़ा बदलाव
डॉ. यादव के अनुसार, 4K 3D लैप्रोस्कोपिक सिस्टम से ट्यूमर सर्जरी, गैस्ट्रिक और लीवर सर्जरी जैसी जटिल प्रक्रियाओं में भी बड़ी मदद मिलेगी. यह अत्याधुनिक तकनीक जल्द ही जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के सर्जरी विभाग में उपलब्ध होगी, जिससे कानपुर और आसपास के मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिल सकेगी.

सारांश: कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में 4K 3D लैप्रोस्कोपिक तकनीक लाई जा रही है, जिससे पेट की बीमारियों और ट्यूमर का इलाज सटीक और आसान होगा. इससे मरीजों को कम दर्द और तेजी से स्वस्थ होने का लाभ मिलेगा.

Bharat Baani Bureau

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