28 मार्च 2025 (भारत बानी ब्यूरो): Health, हमारे देश में कई लोग अपनी हेल्थ को लेकर जरा भी गंभीर नहीं होते हैं. और वहीं अगर महिलाओं की बात की जाएं तो यह आंकड़ा और भी कम हो जाता है. महिलाएं अपनी हेल्थ से संबंधित बातों के बारे में ध्यान ही नहीं देती है. आजकल महिलाओं को हो रही एक बीमारी सामने आ रही है, और वो है. एंडोमेट्रियोसिस. इसमें कई लक्षण सामने आते हैं. जिनको अगर अनदेखा किया जाएं, तो आगे चलकर यह एक गंभीर समस्या भी ले सकती है.
इस मामले पर डॉ. प्राची सरीन सेठी (प्रसूति और स्त्री रोग विशेषज्ञ और लेप्रोस्कोपिक सर्जन, मदरहुड अस्पताल, गुडगाव) से बात करने पर उन्होंने बताया, इस तरह की बीमारी होने पर महिलाओं में कई परेशानियां सामने आने लगती है. इसमें महिलाओं की प्रजनन क्षमता पर भी असर पड़ता है. आगे उन्होंने बताया कि एंडोमेट्रियोसिस की बीमारी में गर्भाशय की परत के समान तक गर्भाशय के बाहर बढ़ने लगते है. जिसके कारण लगातार दर्द, सूजन और यदि मामला ज्यादा बिगड़ जाए, तो आपका अंग भी क्षतिग्रस्त हो सकता है. इसका कारण बताते हुए डां ने बताया कि इसका मुख्य कारण अभी पता नहीं चला है, लेकिन इसका कारण आनुवांशिकता और हार्मोनल असंतुलन हो सकता है.
आज इस परेशानी से कई महिलाएं परेशान हैं. अगर आपको भी ऐसे कोई लक्षण सामने आ रहे हैं, तो उनको नजरअंदाज न करें. एक बार अपने डां. से सलाह जरूर लें. आइए जानते हैं, इसके लक्षणों के बारे में.
1. मासिक धर्म के दौरान होने वाला गंभीर दर्द :- एंडोमेट्रियोसिस मासिक धर्म के दौरान असहनीय दर्द पैदा कर सकता है जो समय के साथ असहनीय हो सकता है. जबकि मासिक धर्म के दौरान थोड़ी-बहुत ऐंठन या पेट तो आम बात है. लेकिन ये परेशानी ज्यादाहै, तो लापरवाही न करें.
2. क्रोनिक थकान :-
पर्याप्त आराम करने के बाद भी आपको थकान महसूस हो सकती है. एंडोमेट्रियोसिस हार्मोनल असंतुलन के साथ सूजन का कारण बन सकता है. इससे आगे चलकर ऊर्जा का स्तर कम हो सकता है और थकान हो सकती है.किसी भी काम में मन नहीं लगता है. इस स्थिति से पीड़ित महिलाएं आसानी से थक सकती हैं. लगातार दर्द और बेचैनी भी इसका मुख्य कारण हो सकता है.
3. अधिकतर और अनियमित रक्तस्राव :-
एंडोमेट्रियोसिस से पीड़ित महिलाओं में मासिक धर्म चक्र अनियमित होता हैं. रक्तस्राव भारी या हल्का हो सकता है, साथ ही बड़े रक्त के थक्के भी हो सकते है. यह समझना ज़रूरी है कि भारी रक्तस्राव एनीमिया, चक्कर आना, अत्यधिक कमज़ोरी और थकावट जैसी जटिलताओं का कारण बन सकता है.
4. बांझपन संबंधी समस्या :-
काफी महिलाओं को एंडोमेट्रियोसिस के बारे में तब तक पता नहीं चलता जब तक कि वह गर्भधारण करने के लिए कोशिश नही करती हैं. एंडोमेट्रियोसिस कई प्रजनन समस्याओं को जन्म दे सकता है जिससे आसानी से गर्भवती होना मुश्किल हो सकता है. क्योंकि एंडोमेट्रियोसिस फैलोपियन ट्यूब में रुकावट पैदा करता है और निषेचित अंडे के आरोपण को महत्वपूर्ण रूप से रोकता है या ओव्यूलेशन को भी बाधित करसकता है. जिसके कारण मां बनने में ऐसी महिलाओं को परेशानी आती है.
उपाय :-
यदि आपको ऊपर दिए गए कोई भी लक्षण का सामना कर पड़ रहा है. तो आप इसको गंभीरता से लें, जिससे आपको अगर यह बीमारी है भी तो सही वक्त पर इसका इलाज शुरू किया जा सके.
सारांश: महिलाओं में एंडोमेट्रियोसिस तेजी से बढ़ रही है, जिससे प्रजनन क्षमता पर असर पड़ता है. इसके लक्षणों में मासिक धर्म के दौरान गंभीर दर्द, थकान और अनियमित रक्तस्राव शामिल हैं.