03 अप्रैल 2025 (भारत बानी ब्यूरो): लोकसभा के बाद आज राज्यसभा में वक्फ बिल पेश होने जा रहा है. उससे पहले ही मल्लिकार्जुन खरगे बरस पड़े. राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने गुरुवार को अनुराग ठाकुर पर पलटवार किया. उन्होंने लोकसभा में अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को निराधार बताया. खरगे ने कहा कि अनुराग ठाकुर की टिप्पणियों से उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा है. उन्होंने बीजेपी सांसद को चुनौती दी कि वह अपने आरोप साबित करें, नहीं तो इस्तीफा दें.
राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान यह मुद्दा उठाते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर को निचले सदन में वक्फ विधेयक पर बहस के दौरान की गई अपनी मानहानिकारक टिप्पणी वापस लेने के लिए मजबूर होना पड़ा. खरगे ने कहा, ‘लेकिन नुकसान हो चुका है.’ उन्होंने इस मुद्दे पर अनुराग ठाकुर के साथ-साथ राज्यसभा में सदन के नेता जेपी नड्डा से भी माफी की मांग की.
अनुराग ठाकुर पर खूब बरसे खरगे
मल्लिकार्जुन खरगे ने ‘कल अनुराग ठाकुर ने लोकसभा में मुझ पर पूरी तरह से झूठे और निराधार आरोप लगाए. जब मेरे साथियों ने उन्हें चुनौती दी तो वह अपनी मानहानिकारक टिप्पणी वापस लेने के लिए मजबूर हो गए. लेकिन नुकसान हो चुका है. टिप्पणी वापस लेने के बावजूद, यह मीडिया और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर छाया रहा.’
खरगे ने माफी की मांग की
खरगे ने कहा, ‘मैं आज यहां खड़े होने और अनुराग ठाकुर के बेबुनियाद आरोपों की निंदा करने के लिए मजबूर हूं. मैं सदन के नेता से माफी की उम्मीद करता हूं, जो कि सत्ताधारी दल कम से कम कर सकता है और उसे करना चाहिए.’
‘मैं सरकार से डरता नहीं’
मल्लिकार्जुन खरगे ने आगे कहा, ‘अगर अनुराग ठाकुर अपने आरोप साबित नहीं कर सकते तो उन्हें संसद में रहने का कोई अधिकार नहीं है. उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए. अगर आरोप साबित हो जाते हैं, तो मैं इस्तीफा दे दूंगा.’ उन्होंने कहा कि मैं इस सरकार के नहीं डरता, मैं झुकूंगा नहीं. मल्लिकार्जुन खरगे के भाषण के तुरंत बाद विपक्षी सदस्यों ने सदन से वॉकआउट कर दिया.
अनुराग ठाकुर ने क्या कहा था?
अनुराग ठाकुर ने लोकसभा में वक्फ (संशोधन) विधेयक 2025 पर चर्चा के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा कि कर्नाटक में वक्फ संपत्तियों के घोटाले में खरगे का नाम भी सामने आया है. ठाकुर ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने वोटबैंक के लिए वक्फ को भ्रष्टाचार का अड्डा बनाया और संविधान का सौदा किया. उन्होंने कहा, ‘कर्नाटक में मंदिरों से साढ़े चार सौ करोड़ रुपये इकट्ठा होते हैं, लेकिन हिसाब कौन देता है? वक्फ के घोटाले में कांग्रेस अध्यक्ष का नाम भी आता है.’ इस बयान से सदन में हंगामा मच गया, जिसके बाद कांग्रेस ने विरोध जताया.
सारांश: राज्यसभा में वक्फ बिल पेश होने से पहले मल्लिकार्जुन खरगे ने अनुराग ठाकुर पर लगाए आरोपों को निराधार बताया और माफी की मांग की. खरगे ने कहा कि अगर ठाकुर आरोप साबित नहीं कर सकते तो इस्तीफा दें.