08 अप्रैल 2025 (भारत बानी ब्यूरो): पाकिस्तानी ओकाफ बोर्ड ने वैसाखी पर्व के मौके पर पाकिस्तान स्थित गुरुधामों के दर्शन करने पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अमेरिकी डॉलर में ही पेमेंट करने के आदेश जारी किए हैं। ऐसे में पाकिस्तान पहुंचने वाले तीन हजार भारतीय श्रद्धालुओं को इस बार डाॅलर में ही पमेंट करनी होगी। यह आदेश पाकिस्तान ओकाफ बोर्ड के सचिव सैफउल्ला खोखर ने जारी किए हैं।
आदेश में श्रद्धालुओं को भारत-पाकिस्तान की करेंसी के बजाय डाॅलर लाने को कहा गया है। वैसाखी पर पाकिस्तान जाने वाले श्रद्धालुओं को बस किराए के तौर पर 60 यूएसए डाॅलर (4920 भारतीय रुपये) पाकिस्तानी करेंसी लाने को कहा गया है।
खोखर ने कहा कि भारतीय करेंसी को पाकिस्तानी करेंसी में बदलने में सरकार को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, इसलिए श्रद्धालु पाकिस्तान में प्रवेश करने से पहले ही अपने साथ न्यूनतम 60 यूएसए डाॅलर लाएं अन्यथा उन्हें प्रवेश के दौरान मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
श्रद्धालुओं को होगी परेशानी
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान सरकार के इन आदेशों से श्रद्धालुओं विशेषकर बर्जुगों को करेंसी एक्सचेंज करवाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। देश के विभिन्न राज्यों से अटारी सीमा मार्ग से तीन हजार से अधिक श्रद्धालुओं हर साल वैसाखी के मौके पर पाकिस्तान जाते हैं। इनमें वृद्ध, बच्चे व महिलाएं भी शामिल होते हैं।
वृद्धों व महिलाओं के लिए यहां गुरुनगरी में आकर करेंसी तब्दील करवाना काफी कठिन होता है। पाकिस्तान सरकार को डाॅलर के दिन प्रतिदिन बढ़ते मूल्य का प्रयत्क्ष-अप्रत्यक्ष रूप से फायदा मिलता है। ज्यादा से ज्यादा विदेशी मु्द्रा विशेषकर डाॅलर हासिल होने से पाकिस्तान सरकार के अमेरिका से व्यापारिक संबंध भी मजबूत होते हैं।
सारांश: वैसाखी पर पाकिस्तान जाने वाले श्रद्धालुओं को बस किराए के तौर पर 60 यूएसए डाॅलर (4920 भारतीय रुपये) पाकिस्तानी करेंसी लाने को कहा गया है।