15 अप्रैल 2025 (भारत बानी ब्यूरो): महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में कर्ज न चुकाने पर युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। आरोपियों ने कई दिनों तक युवक को बंधक बनाकर रखा। इसके बाद उसके शव को जलाकर हड्डियां नदी में फेंक दीं। पुलिस ने जांच के बाद हत्या के आरोप में शिवसेना पदाधिकारी समेत तीन लोगों का गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने बताया कि कुडाल निवासी सिद्धिविनायक उर्फ प्रकाश बिडवाकल 2023 में अपने घर से लापता हो गया था। उसके परिवार ने शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने कुछ दिन पहले मामला दर्ज किया था। मामले में पुलिस अधीक्षक सौरभ कुमार अग्रवाल के निर्देश पर एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया।
जांच में पता चला कि बिडवाकल शिवसेना के स्थानीय पदाधिकारी सिद्धेश अशोक शिरसाट के लिए काम करता था। बिडवाकल ने सिद्धेश शिरसाट और उसके दोस्त गणेश नार्वेकर से पैसे उधार लिए थे। वह पैसे चुका नहीं पा रहा था। इसके बाद सिद्धेश शिरसाट और नार्वेकर ने बिडवाकल को उसके घर से अगवा कर लिया और उसे पिंगुली निवासी एक अन्य आरोपी अमोल शिरसाट के घर में बंधक बनाया।
पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने पीड़ित की बेरहमी से पिटाई की और उसकी हत्या कर दी। उन्होंने पिटाई का वीडियो भी रिकॉर्ड किया। इसके बाद आरोपियों ने शव को श्मशान घाट में आग लगाकर सबूत नष्ट कर दिए। आरोपी सिद्धेश शिरसाट और उसके सहयोगियों ने शव जलने के बाद हड्डियों को दो बोरियों में भरकर पहाड़ी क्षेत्र में स्थित सतरदा गांव में ले जाकर तेरेखोल नदी में फेंक दिया।
पुलिस ने आरोपी सिद्धेश शिरसाट (44), गणेश नार्वेकर (33), सर्वेश केरकर (29) और अमोल शिरसाट (32) को अदालत में पेश किया गया और उनमें से तीन को पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
सारांश: पुलिस ने बताया कि कुडाल निवासी सिद्धिविनायक उर्फ प्रकाश बिडवाकल 2023 में अपने घर से लापता हो गया था। जांच में पता चला कि बिडवाकल शिवसेना के स्थानीय पदाधिकारी के लिए काम करता था। उसने शिवसेना नेता से पैसे लिए थे। जब वह पैसे चुका नहीं पाया तो उसका अपहरण करके हत्या कर दी गई।