Pahalgam attack

24 अप्रैल 2025 (भारत बानी ब्यूरो): जर्मनी, जापान, पोलैंड, ब्रिटेन और रूस समेत कई देशों के राजदूत विदेश मंत्रालय के साउथ ब्लॉक स्थित कार्यालय पहुंचे। सूत्रों के अनुसार, विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने चुनिंदा देशों के राजदूतों को पहलगाम हमले के बारे में जानकारी दी।

विदेश मंत्रालय ने जी20 देशों के चुनिंदा राजदूतों को पहलगाम आतंकी हमले के बारे में जानकारी दी, जिनमें चीन और कनाडा भी शामिल हैं। यह बैठक करीब 30 मिनट तक चली।

इससे पहले बुधवार की आधी रात विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के शीर्ष राजनयिक साद अहमद को भी तलब किया। भारत सरकार ने साद को औपचारिक ‘पर्सोना नॉन ग्राटा’ नोट सौंपा। पर्सोना नॉन ग्राटा का सीधा मतलब यह होता है कि किसी राजनयिक या विदेशी व्यक्ति को किसी विशेष देश में प्रवेश या रहने से मना करना। भारत ने पाकिस्तान के सैन्य राजनयिकों के लिए ये नोट थमाया है। इसके बाद उन्हें एक हफ्ते के भीतर भारत छोड़ना होगा। 

आतंकी हमले के बाद सीसीएस की बैठक में कई बड़े फैसले
दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की मौत हो गई। जिसके एक दिन बाद बुधवार को सीसीएस की बैठक में कई फैसले लिए गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में यह आपात बैठक करीब ढाई घंटे तक चली। बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर सहित अन्य वरिष्ठ मंत्री मौजूद रहे। इस बैठक में आतंकवादी हमले को गंभीरता से लिया गया और कई बड़े फैसले लिए गए। 

विदेश सचिव में बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी देते हुए कहा कि सीसीएस ने फैसला किया है कि नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग में तैनात रक्षा, नौसेना और वायु सेना सलाहकारों को पर्सोना नॉन ग्राटा (अवांछित) घोषित किया गया है। उन्हें एक हफ्ते के भीतर भारत छोड़ने का आदेश दिया गया है। इसके साथ ही इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग से भारत अपने सैन्य सलाहकारों को भी वापस बुलाएगा। 

सारांश: जर्मनी, जापान, पोलैंड, ब्रिटेन और रूस समेत कई देशों के राजदूत विदेश मंत्रालय के साउथ ब्लॉक स्थित कार्यालय पहुंचे। सूत्रों के अनुसार, विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने चुनिंदा देशों के राजदूतों को पहलगाम हमले के बारे में जानकारी दी।



Bharat Baani Bureau

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