येरूशलम 27 मई 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) : सोमवार को ‘येरूशलम डे’ के मौके पर दक्षिणपंथी इजरायलियों ने अल-अक्सा मस्जिद परिसर और फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी (UNRWA) के एक दफ्तर पर धावा बोला. ये जुलूस, साल 1967 के युद्ध में पूर्वी येरूशलम पर इजरायल के कब्जे की याद में निकाला गया.

अल जज़ीरा की रिपोर्ट के मुताबिक मार्च के दौरान दक्षिणपंथी इजरायलियों ने ‘अरब मुर्दाबाद’ और ‘तुम्हारे गांव जल जाएं’ जैसे नारे लगाए. पुराने शहर के मुस्लिम क्वार्टर में हजारों हथियारबंद पुलिस तैनात थी, क्योंकि वहां रहने वाले उपनिवेशवादी अक्सर फिलिस्तीनियों और उनकी दुकानों पर हमला करते हैं. ये वेस्ट बैंक और पूर्वी येरूशलम की अवैध बस्तियों में रहते हैं.

जमकर हुई नारेबाज़ी

इजरायली झंडे लिए हुए युवाओं के समूह ने फिलिस्तीनी दुकानदारों, राहगीरों, स्कूली बच्चों और इजरायली मानवाधिकार कार्यकर्ताओं पर भी हमला किया. पुलिस ने दो युवाओं को हिरासत में ले लिया. इजरायली सांसद यूलिया मालिनोव्स्की समेत एक छोटे समूह ने पूर्वी येरूशलम में UNRWA के परिसर पर धावा बोला. इजरायल ने UNRWA पर प्रतिबंध लगा दिया है, जिससे गाजा पट्टी सहित 70 साल से चल रहे इसके लाइफ सेविंग वर्क पर प्रभाव पड़ा है.

अल अक्सा मस्जिद परिसर में घुसे दक्षिणपंथी

रिपोर्ट्स के मुताबिक इज़राइल के कट्टर दक्षिणपंथी राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतामार बेन-गविर समेत 2,000 से अधिक इजरायली अल-अक्सा मस्जिद परिसर में घुस गए. अल-अक्सा मस्जिद की देखरेख करने वाले जॉर्डन द्वारा नियुक्त वक्फ ने इस घटना की निंदा की और ऐसी उकसावे वाली गतिविधियों को रोकने की मांग की. वक्फ के नियमों के अनुसार, परिसर में केवल मुसलमानों को प्रार्थना की अनुमति है.

टेंपल माउंट में गए थे नेशनल सिक्योरिटी मिनिस्टर

वहीं टाइम्स ऑफ इज़राइल के मुताबिक नेशनल सिक्योरिटी मिनिस्टर बेन-गविर ने अपने X अकाउंट पर एक वीडियो जारी कर कहा कि उन्होंने युद्ध में जीत, बंधकों की वापसी और शिन बेट के नए प्रमुख की सफलता के लिए प्रार्थना की. आपको बता दें कि टेंपल माउंट यहूदियों का पवित्र स्थान है, जहां दो मंदिर हैं. वहीं अल अक्सा मस्जिद भी है, जो इस्लाम में तीसरा सबसे पवित्र स्थान है.

सारांश:
इजरायली नागरिकों के एक समूह ने यरुशलम की अल-अक्सा मस्जिद परिसर में प्रवेश कर वहां ‘अरब मुर्दाबाद’ के नारे लगाए। इससे इलाके में तनाव फैल गया। स्थिति को बिगड़ने से रोकने के लिए पुलिस को मौके पर तैनात कर हालात को संभालना पड़ा। यह घटना धार्मिक और राजनीतिक रूप से संवेदनशील क्षेत्र में तनाव को और बढ़ा सकती है।

Bharat Baani Bureau

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