नई दिल्ली 03 जून 2025 (भारत बानी ब्यूरो ). बॉलीवुड के किस्से-कहानियों में पर्दे के सामने काम करने वाले सितारों के बारे में अक्सर बातें बहुत होती हैं. लेकिन, उन लोगों की बातें बहुत कम होती हैं, जिन्होंने इन सितारों को स्टार बनाया होता है. आज बात उस गुमनाम सितारे की जो बॉलीवुड के कल्ट एक्शन का जादूगर कहलाया. धर्मेंद्र, जीनत अमान से लेकर कबीर बेदी जैसी कई सितारों को स्टार बनाया. अमिताभ बच्चन को जीवन का वो सबक सिखाया, जिसको वो आज तक नहीं भूले. वो गुमनाम सितारा, जिनके पिता नामी फाइनेंसर थे, लेकिन उन्होंने अपने पिता से कभी भी एक फूटी कौड़ी की मदद नहीं मांगी. अपने मेहनत और लगन से उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में एक ऊंचा मुकाम हासिल किया. वो कोई और नहीं बल्कि मशहूर प्रोड्यूसर, डायरेक्टर, राइटर और एक्टर ओपी रलहन (O. P. Ralhan).

सियालकोट के एक पंजाबी-हिंदू परिवार में जन्में ओपी रलहन यानी ओम प्रकाश रलहन के पिता के नाम था महाराज कृष्ण, जो बेहद अमीर हुआ करते थे. उनकी मां का नाम था रत्ना देवी, जो बहुत धार्मिक थीं. रलहन साहब को बचपन से ही सिनेमा का काफी शौक था और वह सिनेमा के हर पहलू में खुद को तोलना चाहते थे यानी वो प्रोड्यूसर, डायरेक्टर, राइटर और एक्टर सब बनना चाहते थे. लेकिन राइटर बने के लिए पढ़ना जरूरी था. इसलिए उन्होंने पहले अपना शिक्षा पूरी की और फिर फिल्म इंडस्ट्री के ख्वाब देखने लगे.

बीआर चोपड़ा के रहे एसिस्टेंट

लेकिन कहते हैं वक्त एक सा नहीं रहता ऐसा ही कुछ ओपी रलहन के साथ भी हुआ. देश का बंटवारा हुआ तो पाकिस्तान छोड़ उनका परिवार सबकुछ छोड़कर मुंबई चला आया. मुंबई आने के बाद उन्होंने सिनेमा की दुनिया में पैर जमाने की कोशिश में लग गए. बहुत कोशिशों के बाद वो बीआर चोपड़ा के एसिस्टेंट बन गए और काफी असरे तक प्रोडक्शन और डायरेक्शन के गुर सीखते रहे. इसके साथ कई फिल्मों में छोटे-मोटे रोल भी करने लगे.

राजेंद्र कुमार की मानी सलाह और बनाई फिल्म

राजेंद्र कुमार और ओपी रलहन दोनों काफी अच्छे दोस्त थे. राजेंद्र जहां हीरो बन इंडस्ट्री में छा गए थे वहीं, ओपी रलहन किस्मत की लकीरों को अपनी मेहनत और लगन से जगमगाने की कोशिश में थे. तब एक रोज राजेंद्र कुमार ने ओपी रलहन को फिल्म बनाने के सलाह दी. उन्होंने कहा- ‘भाई देख मेरी किस्मत तो जोरों पर थी, मैं टॉप मोस्ट हीरो बन गया. अब तुम भी प्रोड्यूसर-डायरेक्टर बन जाओ. मेरे को लेकर एक फिल्म बनाओ, मेरे नाम की वजह से फाइनेंसरों की कमी भी नहीं होगी’. उन्होंने ऐसा ही किया एक 1963 में वो प्रोड्यूसर-डायरेक्टर बन गए और अपना बैनर बनाया, जिसका नाम रखा रलहन प्रोडक्शन. उनकी पहली फिल्म का नाम था ‘गहरा दांग’. हीरो थे राजेंद्र और हीरोइन थीं माला सिन्हा.

ओपी रलहन ने धर्मेंद्र को बनाया ‘बॉलीवुड का ही-मैन’
ओपी रलहन की सबसे बड़ी हिट 1966 की फिल्म ‘फूल और पत्थर’ थी, जो धर्मेंद्र के लिए भी पहली बड़ी हिट थी. सुभाष के झा के साथ पहले की बातचीत में, धर्मेंद्र ने शेयर किया था कि ‘फूल और पत्थर’ में उनके शर्टलेस सीन के कारण उन्हें ‘बॉलीवुड का ही-मैन’ नाम मिला. उन्होंने कहा, ‘फूल और पत्थर एक गोल्डन जुबली हिट थी. अचानक मुझे हर प्रमुख बैनर द्वारा फिल्मों की पेशकश की जाने लगी.उनमें से कई चाहते थे कि मैं अपनी शर्ट उतार दूं.

अमिताभ को सीखाया जीवन का सबसे बड़ा सबक

धर्मेंद्र को जहां ओपी रलहन से स्टार बनाया. वहीं, जब अमिताभ पर कोई यकीन नहीं कर रहा था, तब ओपी रलहन ने उनपर भरोसा जताया. उन्होंने 1973 की फिल्म ‘बंधे हाथ’ में एक साथ काम किया. इसी सेट पर बच्चन ने वह सबक सीखा जो जीवन भर उनके काम आया. बिग बी ने अपने एक ब्लॉग में लिखा, ‘मैं ‘बंदे हाथ’ की शूटिंग के लिए आरके स्टूडियो में 30 मिनट लेट पहुंचा. डायरेक्टर ओपी रलहान ने मुझे खूब डांटा और शूट कैंसल कर दिया. मैं शर्मिंदा हो गया… ये सबक मैं कभी नहीं भूला.’

जीनत अमान-कबीर बेदी को दिया पहला मौका

ओपी रलहन ने जीनत अमान को अपनी फिल्म ‘हलचल’ में लॉन्च किया. बाद में उन्होंने ही जीनत को देव आनंद से मिलवाया, जिसके बाद ‘हरे राम हरे कृष्ण’ से उन्हें स्टारडम मिला. जीनत ने इस किस्से को खुद शेयर किया था. वहीं, कबीर बेदी को फिल्म ‘हलचल’ से डेब्यू को मौका दिया. फिल्मफेयर को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था, ‘रलहन ने मुझे स्क्रिप्ट नहीं दिखाई. वो बोले, ‘तुम मुझसे कहानी पूछोगे? शर्म नहीं आती? मैंने धर्मेंद्र को स्टार बनाया है! साइन करो.’ मुझे लगा मैं हीरो हूं, लेकिन बाद में पता चला कि फिल्म में वो खुद हीरो थे और हेलेन के साथ थे.’

आखिरी दिनों में आई मुश्किलें

कबीर बेदी ने बताया कि रलहान के आखिरी दिन आर्थिक तंगी में गुजरे. 1999 में 74 साल की उम्र में उनका निधन हो गया. उन्होंने धर्मेंद्र, अमिताभ, जीनत जैसे सितारों को पहचान दी, लेकिन खुद गुमनामी में चले गए. मुंबई में उनके नाम पर चौक का नामकरण हुआ, लेकिन आज भी बहुत कम लोग उनके योगदान को जानते हैं.

सारांश:
बॉलीवुड के मशहूर डायरेक्टर [डायरेक्टर का नाम] ने धर्मेंद्र को ‘ही-मैन’ का अवतार दिया, जीनत अमान को स्टार बनाया और अमिताभ बच्चन को भी उनसे सबक सीखना पड़ा। इस डायरेक्टर की फिल्मों ने जमकर हिट दी, लेकिन समय के साथ उन्हें फिल्म इंडस्ट्री और दर्शक भूल गए। उनकी कला और योगदान को फिर से याद करने की जरूरत है क्योंकि उन्होंने हिंदी सिनेमा को कई यादगार किरदार और फिल्में दीं।


Bharat Baani Bureau

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