हलवारा 04 जून 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) – थाना महलकलां में 30 मई को गांव हरदासपुरा में पुलिस वैन से खींचकर युवक सतपाल को तलवारों से काटने के मुख्य आरोपी बहादुर सिंह ने आत्महत्या कर ली। उसका शव संगरूर इलाके में पेड़ से लटका मिला। ऐसा माना जा रहा है कि पुलिस की सख्ती और गिरफ्तारी के डर की वजह से उसने यह कदम उठाया।
थाना शेरपुर कलां के प्रभारी गुरपाल सिंह ने बताया कि बहादुर सिंह ने अपनी सेंट्रो कार की सीट बेल्ट से फंदा लगाकर खुदकुशी की है। किसी राहगीर ने पुलिस को सूचना दी जिसके बाद शव को उतारकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल में रखवा दिया है।
थाना प्रभारी गुरपाल सिंह ने बताया कि बहादुर सिंह के पास से कोई भी सुसाइड नोट नहीं मिला है। उसकी सेंट्रो कार भी कब्जे में ले ली है। थाना प्रभारी ने बताया कि बहादुर के घरवालों को कई बार फोन किए जा चुके हैं लेकिन गिरफ्तारी के डर से अब तक कोई भी शव लेने नहीं पहुंचा है। गौरतलब है कि इस मामले में पुलिस ने 28 लोगों को आरोपी बनाया था जिसमें पहले नंबर पर बहादुर सिंह का नाम था। वारदात को अंजाम देने के बाद पुलिस के डर से सभी आरोपी गांव छोड़कर भाग गए थे। पुलिस इस मामले में अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
इन हमलावरों पर किया था केस दर्ज
30 मई को युवक सतपाल पर किए हमले के मामले में पुलिस ने सतपाल के भाई पलविंदर सिंह के बयान पर बहादुर सिंह पुत्र सुखदेव सिंह, सुखदेव सिंह के भाई निक्का सिंह के बेटे गोलू सिंह, गुरसेवक सिंह, प्रेम सिंह, जसपाल सिंह, तेजा सिंह, अमृतपाल सिंह, गुरमेल सिंह, जगदेव सिंह,जसप्रीत सिंह, हरप्रीत सिंह, जोगिंदर सिंह, जस्सा सिंह, गुरजंट सिंह, हरबंस सिंह, हरदीप सिंह, जगजीत सिंह, मलकीत सिंह, हरमन सिंह लवप्रीत सिंह, कमल सिंह, अमनदीप कौर, तेज कौर, बलविंदर सिंह, बलजिंदर सिंह, लेडा, संत राम और अमनदीप सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया था।
एफआईआर में पहले नंबर पर था बहादुर का नाम
युवक को तलवार से काटकर घायल करने के मामले में दर्ज एफआईआर में बहादुर सिंह का नाम नंबर एक पर था। पुलिस उसकी तलाश में ताबड़तोड़ छापामारी कर रही थी। पुलिस ने उस पर सरेंडर करने का दबाव बनाया था और कहा था कि अगर वो ऐसा नहीं करेगा तो उसके घर की महिलाओं को पकड़कर थाने ले जाएंगे। जानकारी के अनुसार इस बात से बहादुर सिंह काफी डरा हुआ था। संदेह है कि उसने इसी दबाव में आत्महत्या जैसा कदम उठाया।
थाना महल कलां प्रभारी इंस्पेक्टर कुलविंदर सिंह ने बताया कि दो महिलाओं समेत कुल 28 पर केस दर्ज किया था। तीन पकड़े जा चुके हैं। अब 24 की तलाश में लगातार दबिश जारी है।
सतपाल का पूरा परिवार अस्पताल में
सतपाल बठिंडा एम्स में वेंटिलेटर पर है। उसकी पत्नी लखविंदर कौर के सिर और पैर में गंभीर चोट आई थी। हमलावरों ने पुलिस के जाने के बाद सतपाल के पिता नरंजन सिंह और भाई पलविंदर सिंह को भी बुरी तरह पीटा था और उनके घर व उसमें रखे सामान को भी तोड़ दिया था। तीनों घायलों का इलमाज महल कलां के सरकारी अस्पताल में चल रहा है।