19 जून 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) : गोविंदा एक समय के सबसे बड़े सुपरस्टा रहे हैं। 90 के दशक में गोविंदा की फिल्में बैक टू बैक बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचाती रहीं। गोविंदा की कई फिल्मों के प्रोड्यूसर रहे पहलाज निहलानी ने हाल ही में उनके करियर को लेकर अहम खुलासे किए हैं। फिल्म निर्माता और पूर्व सीबीएफसी प्रमुख पहलाज निहलानी ने डेविड धवन द्वारा निर्देशित और गोविंदा अभिनीत कई फिल्मों को प्रोड्यूस किया है। हालांकि उनके और डेविड धवन के बीच अच्छे संबंध थे, लेकिन हाल ही में एक बातचीत में उन्होंने डेविड धवन पर गोविंदा को उनके खिलाफ भड़काने का आरोप लगाया। उन्होंने गोविंदा के करियर के पतन के बारे में भी बात की और इसके लिए उनके द्वारा रखे गए ‘पंडितों’ की संगति को जिम्मेदार ठहराया।

गोविंदा के करियर को लेकर किए कई खुलासे

विक्की लालवानी के पॉडकास्ट में बात करते हुए पहलाज ने कहा, ‘गोविंदा एक ऑलराउंडर थे। उन्होंने अपने करियर को बहुत अच्छे से संभाला, लेकिन अपनी कमजोरी के कारण, वह लोगों पर आसानी से भरोसा कर लेते हैं और उनके आसपास का माहौल अच्छा नहीं है, इसलिए वह भटक जाते हैं। वह पंडितों (ज्योतिषियों, भविष्यवक्ताओं) की संगति करते हैं और अपने आसपास के माहौल और अपनी मान्यताओं के अनुसार चलते हैं। लेकिन लोग उन बातचीत को गंभीरता से नहीं लेते। इस तरह की बातचीत और यह ग्लैमरस फिल्म उद्योग में उनके करियर के लिए हानिकारक है।’

गोविंदा को बताया भोला-भाला

पहलाज ने गोविंदा को भोला-भाला बताया और इस बात को समझाने के लिए उनकी फिल्म पार्टनर का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा, ‘गोविंदा इतने भोले हैं कि पार्टनर में डेविड धवन चाहते थे कि गोविंदा ही वह किरदार निभाएं, लेकिन दावा किया गया कि डेविड और सलमान ने गोविंदा के करियर में आई गिरावट के दौरान उनकी मदद की। लेकिन गोविंदा इतने भावुक हो गए कि उन्हें इतना गुस्सा आ गया। उन्होंने ऐसा अभिनय किया जैसे वे गोविंदा की मदद कर रहे हैं, लेकिन असल में वे चाहते थे कि गोविंदा ही वह किरदार निभाएं।’ गोविंदा और डेविड धवन लंबे समय से एक साथ काम कर रहे थे और उन्होंने इंडस्ट्री को कई बेहतरीन फिल्में दी हैं। हालांकि बाद में उनके बीच खटास आ गई और दोनों के बीच दूरियां आ गईं। 2007 में आई पार्टनर, जो हिट रही। ये आखिरी फिल्म थी जिसमें उन्होंने साथ काम किया था।

दोस्ती में दरार का किसे बताया जिम्मेदार

पहलाज ने डेविड धवन पर गोविंदा के दिमाग में जहर भरने और उन्हें पहलाज के खिलाफ भड़काने का भी आरोप लगाया और बताया कि इसी वजह से उन्होंने साथ काम करना बंद कर दिया। उन्होंने कहा, ‘डेविड धवन ने गोविंदा के दिमाग में मेरे खिलाफ जहर भर दिया था।’  पहलाज ने बताया कि डेविड उनसे नाराज थे क्योंकि उन्हें लगता था कि उन्होंने 1993 की फिल्म ‘आंखें’ में उनके लिए पैसे कमाए थे, जिसमें गोविंदा मुख्य भूमिका में थे। हालांकि पहलाज ने तर्क दिया कि वे फिल्म के निर्माता थे और यह उनकी कहानी भी थी जिसे फीचर फिल्म में बनाया गया था। उन्होंने यह भी बताया कि अनीस बज्मी ने फिल्म के संवाद लिखे थे और डेविड धवन इसके निर्देशक थे, लेकिन उन्होंने दावा किया कि वे ‘डमी निर्देशक’ की तरह थे। 

सारांश:
एक दौर में सुपरस्टार रहे गोविंदा का करियर अचानक ढलान पर कैसे आया, इस पर एक फिल्म डायरेक्टर ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। उन्होंने बताया कि गोविंदा अपने साथ हमेशा एक पुजारी रखते थे और शूटिंग के दौरान भी कई बार धार्मिक आस्थाओं को प्राथमिकता देते थे। इससे उनके प्रोफेशनलिज्म पर असर पड़ा और प्रोड्यूसर्स-डायरेक्टर्स उनसे दूर होने लगे। यही वजह मानी जा रही है उनके करियर के पतन की।

Bharat Baani Bureau

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