कोलकाता 23 जून 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने टेस्ट और वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में कुल मिलाकर 18575 रन बनाए, लेकिन उन्हें अपने करियर में कई शतक चूकने का अफसोस है. अपने समय के बाएं हाथ के दिग्गज बल्लेबाज ने 311 एकदिवसीय और 113 टेस्ट मैच में कुल 38 शतक लगाए हैं.

जिंदगी भर रहेगा मलाल
सौरव गांगुली ने वनडे में 72 और टेस्ट क्रिकेट में 35 अर्धशतक लगाए हैं. उन्हें अपने क्रिकेट करियर के दौरान कई शतक चूकने का अफसोस है. गांगुली ने यह अफसोस तब व्यक्त किया जब उनसे पूछा गया कि वह पुराने गांगुली को क्या सलाह देना चाहेंगे.

कई बार 80 और 90 पर आउट
गांगुली ने इंटरव्यू में कहा, ‘मैं कई बार शतक लगाने से चूक गया, मुझे और ज्यादा रन बनाने चाहिए थे. मैंने कई बार 90 और 80 रन बनाए. मैं अपने वीडियो तब देखता हूं जब मैं अकेला होता हूं. जब मेरी पत्नी घर में नहीं होती है क्योंकि सना लंदन में रहती है. मैं यूट्यूब पर जाता हूं और देखता हूं और खुद से कहता हूं अरे फिर 70 रन पर आउट हो गया. मुझे शतक बनाना चाहिए था, लेकिन अब आप इसे बदल नहीं सकते.’

वरना 50 से ज्यादा शतक होते
अगर गांगुली के आंकड़ों पर गौर करें तो पता चलता है कि वह 30 बार 80 या 90 रन की संख्या पार करने के बाद आउट हुए. अगर वह इन पारियों को भी शतक में बदलने में सफल रहते तो उनके नाम पर 50 से अधिक शतक दर्ज होते.

आज भी कुंबले को बाहर करने का मलाल
एक कप्तान के तौर पर कभी-कभी मुश्किल फैसले लेना जरूरी हो जाता है. आपको किसी खिलाड़ी को बाहर करके उस खिलाड़ी को शामिल करना पड़ता है जो आपको लगता है कि परिस्थितियों या टीम की जरूरत के हिसाब से अधिक बेहतर है. गांगुली ने दुनिया के महानतम लेग स्पिनर्स में से एक अनिल कुंबले को टीम से बाहर किए जाने पर अफसोस जताया. उन्होंने कहा, ‘अनिल कुंबले को कुछ बार मौका नहीं मिला, क्योंकि वह बहुत अच्छे खिलाड़ी थे.

सारांश:
पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि जब पत्नी डोना और बेटी सना घर पर नहीं होतीं, तो वे अकेले में पुराने क्रिकेट मैच देखते हैं। उन्हें 18 साल बाद भी 2007 वर्ल्ड कप में भारत के जल्दी बाहर हो जाने का मलाल है। गांगुली ने माना कि यह उनकी जिंदगी का ऐसा पल है जो उन्हें आज भी परेशान करता है।

Bharat Baani Bureau

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