03 जुलाई 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) : वित्तीय और धातु शेयरों में आखिरी घंटे की बिकवाली के कारण बेंचमार्क शेयर सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी गुरुवार को इंट्रा-डे लाभ खोकर गिरावट के साथ बंद हुए। डे ट्रेडिंग लाभ एक ही ट्रेडिंग दिवस के भीतर प्रतिभूतियों की खरीद और बिक्री से अर्जित लाभ को संदर्भित करता है।
हफ्ते के चौथे कारोबारी दिन यानी गुरुवार को उतार-चढाव के बाद भारतीय बाजार गिरावट के साथ बंद हुआ। 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 170.22 अंक या 0.20 प्रतिशत गिरकर 83,239.47 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 440.4 अंक या 0.52 प्रतिशत बढ़कर 83,850.09 अंक पर पहुंच गया। वहीं, एनएसई निफ्टी 48.10 अंक या 0.19 प्रतिशत गिरकर 25,405.30 अंक पर बंद हुआ। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 31 पैसे बढ़कर 85.31 (अनंतिम) पर बंद हुआ।
क्या रहा सेंसेक्स की कंपनियों का हाल?
सेंसेक्स की कंपनियों में कोटक महिंद्रा बैंक, बजाज फिनसर्व, बजाज फाइनेंस, अडानी पोर्ट्स, ट्रेंट, भारतीय स्टेट बैंक, टाइटन और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज पिछड़ गईं। वहीं मारुति, इंफोसिस, एनटीपीसी, एशियन पेंट्स, इटरनल और हिंदुस्तान यूनिलीवर सबसे ज्यादा लाभ में रहे।
बाजरा में रही उतार-चढाव की स्थिति
रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अजीत मिश्रा ने कहा कि साप्ताहिक समाप्ति के दिन बाजार में उतार-चढ़ाव रहा और अंत में बाजार मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ। उन्होंने कहा कि सेक्टरवार रुझान मिला-जुला रहा। ऑटो और फार्मा में बढ़त दर्ज की गई, जबकि मेटल और रियल्टी में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई। व्यापक सूचकांकों ने भी इस उतार-चढ़ाव को दर्शाया।
यूरोपीय बाजार में रहा मिलाजुला रुख
एशियाई बाजारों में, दक्षिण कोरिया का कोस्पी, जापान का निक्केई 225 सूचकांक और शंघाई का एसएसई कम्पोजिट सूचकांक बढ़त के साथ बंद हुए, जबकि हांगकांग का हैंगसेंग गिरावट के साथ बंद हुआ। यूरोपीय बाजारों में मिलाजुला रुख रहा। बुधवार को अमेरिकी बाजार ज्यादातर बढ़त के साथ बंद हुए।
सेवा क्षेत्र की वृद्धि दर दस महीने के उच्चतम स्तर पर
एक मासिक सर्वेक्षण में गुरुवार को कहा गया कि सकारात्मक मांग के रुझान और बिक्री में जारी सुधार के बीच अंतरराष्ट्रीय बिक्री और रोजगार सृजन में मजबूत विस्तार हुआ। इससे जून में भारतीय सेवा क्षेत्र की वृद्धि दर दस महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई।
बिजनेस एक्टिविटी इंडेक्स बढ़कर 60.4 पर पहुंचा
मौसमी रूप से समायोजित एचएसबीसी इंडिया सर्विसेज पीएमआई बिजनेस एक्टिविटी इंडेक्स मई में 58.8 से बढ़कर जून में 60.4 हो गया। यह नए व्यावसायिक ऑर्डरों में तीव्र वृद्धि के कारण हुआ। क्रय प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) की भाषा में, 50 से ऊपर का अंक विस्तार को दर्शाता है, जबकि 50 से नीचे का अंक संकुचन को दर्शाता है।
ब्रेंट क्रूड का भाव घटकर 68.40 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंचा
वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 1.03 प्रतिशत घटकर 68.40 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बुधवार को 1,561.62 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी बेची। बुधवार को बीएसई सेंसेक्स 287.60 अंक या 0.34 प्रतिशत की गिरावट के साथ 83,409.69 पर बंद हुआ। निफ्टी 88.40 अंक या 0.35 प्रतिशत की गिरावट के साथ 25,453.40 पर बंद हुआ।