04 जुलाई 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) दुनिया की सबसे चर्चा में रहने वाली बातचीत गुरुवार को हुई. लेकिन इसके साथ आया ढेर सारा राजनीति का रंग, मंच पर मुस्कान, और पीछे की बड़ी रणनीति. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक सरकारी आयोजन के बीच मंच से माफी मांगते हुए सबके सामने एलान किया कि उन्हें अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बात करनी है. क्योंकि “ट्रंप को इंतजार नहीं करवाना चाहिए, वो नाराज हो सकते हैं.”

हाल ही में अमेरिका ने यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति अस्थायी रूप से रोक दी है. ऐसे समय में पुतिन और ट्रंप की यह बातचीत बहुत मायने रखती है. क्या यह संयोग है, या रणनीति? या फिर ट्रंप की मेकिंग डील वाली चाल. यह तो आने वाला समय ही बता पाएगा. लेकिन पुतिन ने अपने रवैये से बड़ा इशारा किया.

मंच पर पुतिन बोले- माफ कीजिए
पुतिन एक सरकारी मंच पर बोल रहे थे तभी रूस के उद्योग संघ के प्रमुख एलेक्जेंडर शोखिन ने मंच से बताया कि “मॉस्को में अब चार बज गए हैं, अब तो आपको ट्रंप से बात करनी है.” इस पर पुतिन ने मुस्कराते हुए कहा, “उसे मत सुनो, उसका काम ही यही है!” और पूरा हॉल हंसी से गूंज उठा. लेकिन कुछ ही मिनट बाद पुतिन ने गंभीर होते हुए कहा “कृपया नाराज मत होइए, लेकिन अब मुझे जाना होगा, ट्रंप का इंतज़ार कराना अजीब होगा वो बुरा मान सकते हैं.” पर हैरानी की बात ये रही कि  पुतिन तुरंत नहीं गए बल्कि करीब एक घंटा बाद कार्यक्रम से निकले. जबकि फोन पर बातचीत चार बजे तय थी!

क्या है इस बातचीत का मतलब?
यह बातचीत ट्रंप के दोबारा राष्ट्रपति बनने के बाद छठी बार हुई है. इस समय जब यूक्रेन में लड़ाई चरम पर है और पश्चिमी देश आपसी मतभेदों से जूझ रहे हैं तब यह बातचीत एक नई दिशा का संकेत बन सकती है. उधर अमेरिका ने यूक्रेन को सैन्य सहायता रोक दी है. जबकि रूस ने जून महीने में 5000 से अधिक ड्रोन और लगभग 80 लंबी दूरी की मिसाइलें यूक्रेन पर दागी हैं. ऐसे में पुतिन और ट्रंप की बातचीत को सिर्फ औपचारिक नहीं माना जा सकता.

अब जेलेंस्की भी करेंगे बातचीत
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की भी जल्द ही ट्रंप से बात करने वाले हैं. ऐसे में यह सवाल उठ रहा है कि क्या ट्रंप अब किसी समझौते की पहल करेंगे? क्या अमेरिका अब युद्ध को रोकने में कोई मध्यस्थ भूमिका निभाने की तैयारी में है? पुतिन ने भले ही हंसी में कहा कि वो ट्रंप की नहीं अपने प्रवक्ता की बात कर रहे थे, लेकिन पूरी दुनिया समझ गई कि यह सिर्फ मजाक नहीं था. ट्रंप की ओर से यह बातचीत सोशल साइट पर पहले ही घोषित कर दी गई थी. और दुनिया भर की निगाहें इस पर टिकी थीं. अब सबकी नजर इस पर है कि क्या ट्रंप वाकई कोई शांति प्रस्ताव रखेंगे या यह सिर्फ एक राजनीतिक दिखावा था?

सारांश:
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम के बीच में अचानक उठकर चले गए, क्योंकि उन्हें अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कॉल आया था। हालांकि, कॉल के लिए जल्दी रवाना होने के बावजूद पुतिन ट्रंप की कॉल पर एक घंटे देर से पहुंचे। यह घटना सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गई, जिससे अंतरराष्ट्रीय संबंधों में नए संकेत भी देखे जा रहे हैं।

Bharat Baani Bureau

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