10 जुलाई 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी LIC (भारतीय जीवन बीमा निगम) में अपनी और हिस्सेदारी बेचने की तैयारी कर रही है। सूत्रों के मुताबिक, इस प्रक्रिया की बारीकियों पर अब विनिवेश विभाग काम करेगा। फिलहाल LIC में सरकार की 96.5% हिस्सेदारी है। मई 2022 में कंपनी का IPO लाया गया था, जिसमें 3.5% हिस्सा बेचा गया था। उस समय शेयर का प्राइस बैंड ₹902 से ₹949 था, जिससे सरकार को करीब ₹21,000 करोड़ की आमदनी हुई थी।
OFS के ज़रिए होगी अगली बिक्री
सूत्रों ने बताया कि सरकार ने OFS (Offer for Sale) के ज़रिए अगली हिस्सेदारी बेचने को मंजूरी दे दी है। हालांकि ये चर्चाएं अभी शुरुआती चरण में हैं। ये तय करना कि कितनी हिस्सेदारी बेची जाए, किस रेट पर और कब। ये सब बाद में डिसाइड किया जाएगा।
शेयर बाज़ार के नियमों के मुताबिक, किसी भी लिस्टेड सरकारी कंपनी में 10% हिस्सा जनता के पास होना जरूरी है। LIC में अभी सिर्फ 3.5% हिस्सा ही पब्लिक के पास है। यानी सरकार को 6.5% और बेचने होंगे। जिसकी डेडलाइन है 16 मई 2027।
LIC का मार्केट वैल्यू और शेयर की चाल
इस वक्त LIC का बाज़ार पूंजीकरण (Market Capitalisation) करीब ₹5.85 लाख करोड़ है। बुधवार को LIC का शेयर बीएसई पर ₹924.40 पर ट्रेड कर रहा था, जो पिछले दिन के मुकाबले 2.27% नीचे था।
सारांश:
सरकार ने एलआईसी (LIC) में अपनी हिस्सेदारी को और घटाने का फैसला किया है। अब वह अतिरिक्त 6.5% हिस्सा बेचने की तैयारी में है, ताकि 2027 तक 10% सार्वजनिक हिस्सेदारी का नियामकीय लक्ष्य पूरा किया जा सके। यह कदम बाजार में एलआईसी की हिस्सेदारी बढ़ाने और निवेशकों को आकर्षित करने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इससे सरकार को विनिवेश के माध्यम से बड़ी राशि जुटाने की भी उम्मीद है।