चंडीगढ़ 11 जुलाई 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) शहर में बुधवार रात से कहीं तेज तो कहीं हलकी बारिश ने गर्मी और उमस से राहत दिलाई। कई दिनों से अलग-अलग हिस्सों में बारिश के बाद बुधवार रात हुई बारिश में पूरा शहर कई दिनों बाद एकसाथ भीगा। बुधवार रात से सुबह साढ़ें 8 बजे तक शहर में 9.7 मि.मी. और वीरवार को शाम तक 6.8 मि.मी. पानी बरसा।

हालांकि एयरपोर्ट पर रात में 28.2 मि.मी. बारिश दर्ज हुई। इसके बाद सुखना में जलस्तर खतरे के निशान से सिर्फ एक फीट नीचे रह गया है। इंजीनियरिंग डिपार्टमैंट लगातार जलस्तर पर नजर बनाए हुए है, क्योंकि सुखना के कैचमैंट एरिया में भारी बारिश का पानी और गाद आने की संभावना के बीच जलस्तर अब कभी खतरे के निशान को छू सकता है।

शुक्रवार से मानसून थोड़ा कमजोर पड़ने के आसार जरूर जताए गए है, लेकिन फिर भी कैचमेंट एरिया में अचानक बारिश के बाद सुखना का जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंचने पर स्थिति में गेट खोलने पड़ेंगे। वहीं लोगों से सावधान रहने की अपील की जा रही है। 

सारांश:
चंडीगढ़ की मशहूर सुखना लेक खतरे में है। प्रशासन और पर्यावरण विशेषज्ञों ने झील के जलस्तर और प्रदूषण को लेकर चिंता जताई है। लोगों से अपील की गई है कि वे झील में कचरा न फेंके और उसके संरक्षण में सहयोग करें। प्रशासन ने जागरूकता अभियान भी शुरू किया है ताकि झील की सुंदरता और पारिस्थितिकी को बचाया जा सके।

Bharat Baani Bureau

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