22 जुलाई 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) : सरकारी स्वामित्व वाली कंपनी IREDA (Indian Renewable Energy Development Agency) ने मौजूदा वित्त वर्ष 2025-26 में ₹2,500 से ₹3,000 करोड़ तक जुटाने की योजना बनाई है। यह रकम Qualified Institutional Placement (QIP) के जरिए लाई जाएगी। IREDA के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर प्रदीप कुमार दास ने बताया कि दिसंबर 2023 में IPO के बाद अब सरकार अपनी और 3.76% हिस्सेदारी बेचने जा रही है।
उन्होंने बताया, “पिछले महीने हमने QIP के जरिए ₹2,005 करोड़ जुटाए थे जिसमें सरकार ने 3.24% हिस्सेदारी बेची थी। अब हम इसी वित्त वर्ष में दूसरी किश्त में ₹2,500 से ₹3,000 करोड़ और जुटाने जा रहे हैं।”
प्रदीप कुमार दास के मुताबिक, इस फंडिंग से IREDA को ₹30,000 करोड़ तक अतिरिक्त उधार लेने की क्षमता मिलेगी। सरकार ने कंपनी को मौजूदा वित्त वर्ष में कुल 7% हिस्सेदारी तक बेचने की मंजूरी दी है। अब भी 3.76% हिस्सेदारी बेची जा सकती है।
Gensol Engineering से रिकवरी
IREDA का Gensol Engineering में ₹700 करोड़ का एक्सपोजर था, जो संकट में आ गई थी। कंपनी अब तक इसमें से ₹100 करोड़ से ज्यादा रिकवर कर चुकी है। यह रकम बैंक गारंटी एनकैश करके और फिक्स्ड डिपॉजिट वापस लेकर हासिल की गई है। Gensol कंपनी इलेक्ट्रिक राइड सर्विस देने वाली Blue Smart को वाहन लीज पर देती थी।
पहली तिमाही में शानदार नतीजे
FY2026 की पहली तिमाही में IREDA ने 49% की सालाना बढ़त के साथ ऑपरेटिंग प्रॉफिट दिखाया है। वहीं, टोटल इनकम फ्रॉम ऑपरेशंस में 30% की बढ़त दर्ज हुई। कंपनी का लोन बुक अब ₹79,941 करोड़ पर पहुंच गया है, जो पिछले साल के मुकाबले 26% ज्यादा है। IREDA दिसंबर 2023 में IPO लाई थी, जिसमें शेयर की कीमत ₹32 रखी गई थी। सोमवार 21 जुलाई 2025 को IREDA का शेयर NSE पर ₹157.30 पर बंद हुआ।
सारांश:
IREDA (Indian Renewable Energy Development Agency) ने जब ₹32 प्रति शेयर पर IPO लॉन्च किया था, तब किसी को अंदाजा नहीं था कि इसके शेयर ₹157 तक पहुंच जाएंगे। अब यह नवरत्न कंपनी Qualified Institutional Placement (QIP) के जरिए एक बार फिर अपनी हिस्सेदारी बेचने की तैयारी में है। इससे सरकार को धन जुटाने और निवेशकों को नए मौके मिलने की उम्मीद है।