06 जुलाई 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) : भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील को लेकर सहमति नहीं बन पा रही है. इस बीच भारत ने अपना दूत रूस में भेजा है. भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल मंगलवार को रूस पहुंचे. इस मीटिंग का समय बेहद खास है. ये बैठकें उस समय हो रही हैं जब अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने और रूसी तेल खरीदने पर सख्त रुख अपनाया है. लेकिन इसके अलावा भी यह मीटिंग बेहद खास है. दरअसल बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने विशेष दूत स्टीव विटकॉफ को रूस भेजा है. स्टीव विटकॉफ की मुलाकात यहां रूसी अधिकारियों के साथ होगी. इस बात की संभावना है कि वह रूसी राष्ट्रपति पुतिन से भी मिलेंगे.

यह बैठक ऐसे समय में हो रही है, जब ट्रंप ने रूस पर नए और सख्त प्रतिबंध लगाने की चेतावनी दी है. डोनाल्ड ट्रंप ने वाइट हाउस में कहा, ‘कल रूस के साथ मीटिंग है, देखते हैं क्या होता है. फैसला हम उसके ही बाद करेंगे.’ ट्रंप ने साथ ही यह भी कहा कि वह पुतिन पर भरोसा नहीं करते और उनकी बातचीत में रूसके बहानेबाजी से नाराज हैं. अप्रैल में विटकॉफ की पुतिन से आखिरी मुलाकात के बाद से रूस ने अमेरिका की शांति वार्ता की कोशिशों को नजरअंदाज कर मिसाइल और ड्रोन हमलों को और तेज कर दिया है. ट्रंप ने इन हमलों को ‘घृणित’ करार देते हुए पुतिन पर ‘झूठ फैलाने’ का आरोप लगाया है.

  • लिथुआनिया में मिला था विस्फोटक वाला ड्रोन: लिथुआनिया के आसमान में अचानक घुसे एक ड्रोन ने पड़ोसी देशों में खलबली मचा दी है. 28 जुलाई को बेलारूस से लिथुआनिया की सीमा पार करने वाला यह ड्रोन 1 अगस्त को सेंट्रल जोनावा जिले के गैजुनाई ट्रेनिंग ग्राउंड में मिला. जांच में सामने आया कि यह ड्रोन रूसी निर्मित ‘गेरबेरा’ मॉडल था, जिसमें करीब 2 किलो (4.4 पाउंड) विस्फोटक भरे हुए थे. लिथुआनिया की प्रॉसिक्यूटर जनरल नीदा ग्रुन्सकीने ने बताया कि विस्फोटक को मौके पर ही निष्क्रिय कर दिया गया. फिलहाल ड्रोन के हिस्सों की फॉरेंसिक जांच जारी है.
  • यूक्रेन के हाथ लगी रूस की खुफिया जानकारी: यूक्रेन की सैन्य खुफिया एजेंसी (HUR) ने दावा किया है कि उसने रूस की नई रणनीतिक परमाणु पनडुब्बी K-555 ‘क्नियाज पोजार्स्की’ से जुड़े गोपनीय आंतरिक दस्तावेज हासिल कर लिए हैं. यह पनडुब्बी प्रोजेक्ट 955A बोरेई-ए श्रेणी की है और रूस की परमाणु त्रयी का अहम हिस्सा मानी जाती है. एजेंसी के अनुसार, इस पनडुब्बी में 16 प्रक्षेपण ट्यूब हैं, जिनमें R-30 बुलावा-30 इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइलें तैनात रहती हैं. प्राप्त दस्तावेजों में पनडुब्बी के क्रू मेंबर्स की पूरी सूची, उनकी भूमिकाएं, योग्यता, शारीरिक क्षमता, युद्ध संबंधी निर्देश, जहाज के कॉम्बैट लेआउट और सर्वाइवल सिस्टम के नक्शे, तथा क्रू के संगठनात्मक ढांचे की जानकारी शामिल है.

सारांश:
रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर कूटनीतिक हलचल तेज हो गई है। भारत ने अपने विशेष दूत, जिसे ‘जेम्स बॉन्ड’ के नाम से जाना जा रहा है, रूस भेजा है। वहीं, अमेरिका में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी अपना प्रतिनिधि भेजा है। दोनों देशों की इस पहल को युद्ध को खत्म करने या कूटनीतिक समाधान की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।

Bharat Baani Bureau

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