06 जुलाई 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड लगातार भारत के साथ ट्रेड डील पर तनाव बढ़ाते जा रहे हैं. दोनों देशों के बीच इसे लेकर बयानबाजी बढ़ती जा रही है. भारत को लगातार ट्रंप रूस से तेल खरीदने को लेकर घेर रहे हैं. उनका दावा है कि रूस से तेल खरीद कर भारत यूक्रेन युद्ध में रूस की मदद कर रहा है. लेकिन जब उन्हें पूछा गया कि अमेरिका खुद ही रूस से आयात के जरिए अपनी ऊर्जा जरूरतों को पूरा करता है तो वह बगलें झांकने लगे. दरअसल एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति से एक भारतीय पत्रकार ने सवाल किया, ‘भारत का कहना है कि अमेरिका रूस से यूरेनियम और उर्वरक खरीदता है, जबकि वह रूसी ऊर्जा खरीदने के लिए भारत की आलोचना करता है. आपकी क्या प्रतिक्रिया है?’ जवाब में ट्रंप ने कहा- ‘मुझे इसकी जानकारी नहीं.
भारत ने लगाई थी फटकार
ट्रंप का यह बयान ऐसे समय आया है जब वे खुद भारत पर दबाव बढ़ाते हुए तेल खरीद जारी रखने पर 25% से ज्यादा टैरिफ लगाने की धमकी दे चुके हैं. भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक दिन पहले अमेरिका को उसके दोहरे रवैये पर कड़ी फटकार लगाई थी. भारतीय विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर रूस से तेल आयात का बचाव किया था और अमेरिका वह यूरोपीय संघ पर पाखंड का आरोप लगाया. विदेश मंत्रालय के मुताबिक अमेरिकी कंपनियां परमाणु उद्योग के लिए यूरेनियम हेक्साफ्लोराइड, इलेक्ट्रिक वाहन क्षेत्र के लिए पैलेडियम, उर्वरक और रसायन रूस से खरीदना जारी रखे हुए हैं. जबकि वे भारत पर अपने व्यापारिक संबंधों को कम करने का दबाव बना रही हैं.
क्यों खास है यूरेनियम हेक्साफ्लोराइड?
रूस दुनिया के सबसे बड़े यूरेनियम आपूर्तिकर्ताओं में से एक है. अमेरिकी परमाणु ऊर्जा उद्योग में इस्तेमाल होने वाले ईंधन का लगभग 12-15 फीसदी हिस्सा रूसी आयात से आता है. यही नहीं, रूस से आने वाला यूरेनियम हेक्साफ्लोराइड परमाणु संयंत्रों में रिएक्टर के लिए जरूरी ईंधन तैयार करने का अहम कच्चा माल है.
रूस से तेल खरीदने पर लगेगा टैरिफ?
डोनाल्ड ट्रंप से जब पूछा गया कि क्या रूस से ऊर्जा खरीदने वाले देशों पर 100% टैरिफ लगाया जा सकता है, तो उन्होंने कहा, ‘हमने कोई प्रतिशत तय नहीं किया है, लेकिन हम काफी कुछ करेंगे. हम इस दिशा में बड़े कदम उठाने वाले हैं, अगले कुछ ही समय में देखेंगे. कल हमारी रूस के साथ मीटिंग है. देखते हैं किय क्या होता है.’ ट्रंप ने यह भी कहा कि उनका लक्ष्य यूक्रेन-रूस युद्ध को खत्म करना है और इस सिलसिले में अमेरिकी विशेष दूत स्टीव विटकॉफ बुधवार को मॉस्को में रूसी नेतृत्व से मुलाकात करेंगे.
सारांश:
एक भारतीय पत्रकार द्वारा पूछे गए सवाल पर खुलासा हुआ कि अमेरिका रूस से यूरेनियम आयात करता है। यह जानकर सभी चौंक गए, खासकर तब जब पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस पर जवाब देने से कतराते दिखे और कैमरों से मुंह छिपाते नजर आए। इस मुद्दे ने अमेरिका की ऊर्जा नीति और रूस के साथ उसके संबंधों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।