08 जुलाई 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) : अमेरिका ने वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो को पकड़वाने के लिए इनाम दोगुना कर दिया है. ट्रंप प्रशासन ने गुरुवार को घोषणा की कि मादुरो की गिरफ्तारी की सूचना देने पर अब 50 मिलियन डॉलर (करीब 438 करोड़ रुपये) का इनाम मिलेगा. अमेरिकी अधिकारियों का आरोप है कि मादुरो दुनिया के सबसे बड़े नशा-तस्करों में से एक हैं और उन्होंने कार्टेल्स के साथ मिलकर अमेरिका में फेंटानिल-मिश्रित कोकीन की सप्लाई करवाई. अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी ने वीडियो संदेश में कहा, ‘राष्ट्रपति ट्रंप के नेतृत्व में मादुरो न्याय से नहीं बच पाएंगे और उन्हें अपने घृणित अपराधों की सजा मिलेगी.’
पुराने आरोप, अब दोगुना इनाम
मादुरो पर पहली बार 2020 में, ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान, न्यूयॉर्क के मैनहटन की संघीय अदालत में नार्को-टेररिज्म और कोकीन आयात की साजिश के आरोप लगे थे. उस समय उनके लिए 15 मिलियन डॉलर का इनाम रखा गया था, जिसे बाइडेन प्रशासन ने बढ़ाकर 25 मिलियन डॉलर कर दिया था. यह वही राशि थी जो 9/11 हमलों के बाद ओसामा बिन लादेन की गिरफ्तारी पर रखी गई थी. अब ट्रंप प्रशासन ने इसे सीधे दोगुना कर 50 मिलियन डॉलर कर दिया है. यानी यह ओसामा बिन लादेन पर रखे गए ईनाम से ज्यादा हो गई है.
मादुरो के साथ हो रही डील
भारी इनाम और अंतरराष्ट्रीय दबाव के बावजूद मादुरो सत्ता पर काबिज हैं. अमेरिका, यूरोपीय संघ और कई लैटिन अमेरिकी देशों ने उनकी 2024 की जीत को धोखाधड़ी बताया और उनके प्रतिद्वंदी को वैध राष्ट्रपति माना, लेकिन मादुरो ने इन सबको नकार दिया. पिछले महीने ट्रंप प्रशासन ने वेनेज़ुएला में कैद 10 अमेरिकी नागरिकों की रिहाई के लिए एक समझौता किया. इसके बदले अमेरिका ने वेनेज़ुएला के दर्जनों प्रवासियों को, जिन्हें ट्रंप की इमिग्रेशन नीति के तहत अल साल्वाडोर भेजा गया था, वापस लेने की अनुमति दी. इसके तुरंत बाद व्हाइट हाउस ने अमेरिकी तेल कंपनी शेवरॉन को वेनेज़ुएला में फिर से ड्रिलिंग की अनुमति दे दी, जो पहले प्रतिबंधों के कारण रुकी हुई थी.
वेनेजुएला का पलटवार
वेनेज़ुएला के विदेश मंत्री इवान गिल ने इस इनाम को ‘दयनीय’ बताते हुए कहा कि बॉन्डी ‘सस्ती राजनीतिक प्रचारबाजी’ कर रही हैं. गिल ने आरोप लगाया, टये उसी व्यक्ति से आ रहा है जिसने ‘एप्स्टीन की सीक्रेट लिस्ट’ का झूठा वादा किया था और जो राजनीतिक एहसानों के लिए घोटालों में डूबी रहती हैं. उनका शो मजाक है, अपनी नाकामी छुपाने की एक बेताब कोशिश.’
सारांश: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक देश के राष्ट्रपति पर 438 करोड़ रुपये का इनाम घोषित किया, जो ओसामा बिन लादेन पर रखे गए इनाम से भी ज्यादा है। यह कार्रवाई गंभीर अपराधों और भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते की गई है