14 जुलाई 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) : दुनिया सुधर सकती है, पाकिस्तान नहीं. उसे उठते-सोते केवल भारत की ही याद आती रहती है. आज पाकिस्तान का स्वतंत्रता दिवस है. आज उसे अपनी आजादी का जश्न मनाना चाहिए. मगर ऐसे जश्न के मौके पर भी उसकी जलन साफ दिख रही है. चाहे कोई भी सेक्टर हो, वह भारत से मुकाबला नहीं कर पा रहा. उसकी आवाम परेशान है. महंगाई से त्रस्त है. देश कंगाल होने को है. अपनी फिक्र करने की बजाय पाकिस्तान को भारत के कश्मीर की फिक्र हो रही है. जी हां, पाकिस्तान के हुक्मरान अपनी नाकामियां छिपाने के लिए अपनी आवाम को बरगला रहे हैं. यही वजह है कि पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भी कश्मीर का राग अलापा गया है.
दरअसल, पाकिस्तान अपना आज 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. इस मौके पर उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने एक बार फिर कश्मीर का राग अलापा है. यह राग अलापकर उन्होंने अपनी जनता को गुमराह करने की कोशिश की. इशाक डार ने अपने भाषण में हाल के भारत-पाकिस्तान जंग का जिक्र किया. इसमें उन्होंने अपनी झूठी जीत का नगाड़ा बजाया. उन्होंने झूठ बोलकर अपने लोगों से कहा कि भारत संग संघर्ष में पाकिस्तान ने सैन्य और कूटनीतिक दोनों मोर्चों पर उत्कृष्ट प्रदर्शन किया. जबकि हकीकत है कि ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान की कमर टूट गई. उसके न केवल एयरबेस तबाह हुए, बल्कि कई फाइटर जेट ध्वस्त हो गए.
खुद गाल बजाने लगा पाकिस्तान
चलिए सबसे पहले जानते हैं इशाक डार ने क्या-क्या कहा. दरअसल, पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस पर उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने न केवल कश्मीर का राग अलापा, बल्कि हालिया संघर्ष में पाकिस्तानी जीत का झूठ भी अलापा. उन्होंने कहा, ‘आज हम ‘मारका-ए-हक़’ की जीत का भी जश्न मना रहे हैं, जहां पाकिस्तान ने सैन्य और कूटनीतिक दोनों मोर्चों पर उत्कृष्ट प्रदर्शन किया. भारत की गैर-कानूनी कार्रवाइयों के प्रति हमारे सैद्धांतिक और मजबूत जवाब ने एक नैतिक और राजनीतिक विजय सुनिश्चित की, जिससे हमारी सुरक्षा की रक्षा के प्रति अटूट प्रतिबद्धता की पुनः पुष्टि हुई.’
इशाक डार ने किया कश्मीर का जिक्र
इशाक डार यहीं नहीं रुके. उन्होंने यह भी कहा कि सैन्य तैयारी, कूटनीतिक कौशल और राष्ट्रीय एकता के जरिए हमने यह साबित किया कि हम अपनी संप्रभुता की रक्षा करते हुए वैश्विक शांति को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं. उन्होंने कश्मीर का जिक्र कर कहा कि कश्मीर मुद्दा अब भी न्यायसंगत है. कश्मीरी लोगों का जन्मसिद्ध अधिकार है. और उनके संघर्ष के लिए पाकिस्तान का समर्थन तब तक अटल रहेगा जब तक न्याय नहीं हो जाता.’
पाक का फिर झूठ उजागर
इशाक डार ने जो कहा, वह अपने आप में पाकिस्तान का झूठ उजागर करता है. खुद शहबाज शरीफ और आसिम मुनीर कह चुके हैं कि उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर से बचने के लिए अमेरिका से गुहार लगाई थी. खुद उनके डीजीएमओ ने भारत को फोन कर गुहार लगाई थी कि बस अब छोड़ दीजिए. अब तबाही नहीं सह सकते. ऑपरेशन सिंदूर में उनके कई एयरबेस तबाह हुए थे. ऐसे में अब यह कहना कि पाक आर्मी ने बेहतर प्रदर्शन किया, यह पाक आवाम को बरगलाना नहीं तो और क्या है. इशाक डार को अपनी तरक्की, विकास की बात करनी चाहिए थी, मगर आज के दिन भी उन्हें भारत की पड़ी है. बता दें कि भारत ने पहलगाम के जवाब में ऑपरेशन सिंदूर किया था. इसमें भारत ने पाकिस्तान और पाक-अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए थे.
सारांश:
पाकिस्तान ने अपने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भी कश्मीर मुद्दा उठाकर भारत पर निशाना साधा। विश्लेषकों के अनुसार, यह कदम पाकिस्तान सरकार की नाकामियों और आंतरिक संकट से जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश है। आर्थिक गिरावट, राजनीतिक अस्थिरता और महंगाई से जूझते पाकिस्तान में सरकार ने फिर कश्मीर राग छेड़कर आवाम को बरगलाने का प्रयास किया।