20 अगस्त 2025 (भारत बानी ब्यूरो ) : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अब यूक्रेन में सीजफायर की मांग छोड़ दी है. इसके बजाय वे अब रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के उस प्रस्ताव का समर्थन कर रहे हैं, जिसमें वह एक स्थायी शांति समझौता चाहते हैं. हालांकि, कुछ यूरोपीय नेता अब भी पहले एक अस्थायी युद्धविराम की मांग कर रहे हैं, भले ही ट्रंप को अब इसकी जरूरत नहीं लगती. यूक्रेन और यूरोपीय देश शांति चाहते हैं लेकिन उनका कहना है कि दुनिया के सबसे बुनियादी नियम को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए कि कोई देश ताकत के बल पर कुछ भी कर सकता है.
एक सकारात्मक पहल के तहत रूसी अधिकारियों ने 1,000 यूक्रेनी सैनिकों के शव यूक्रेन को लौटाए हैं. यह जानकारी यूक्रेन के सरकारी विभाग की ओर से कीव इंडिपेंडेंट को दी गई. वहीं रूस की सरकारी समाचार एजेंसी TASS ने भी इस बात की पुष्टि की है कि बदले में यूक्रेन ने 19 रूसी सैनिकों के शव लौटाए हैं. इसके अलावा, TASS ने यह भी बताया कि रूस के रक्षा मंत्रालय के मुताबिक एक ही दिन में लगभग 1,370 यूक्रेनी सैनिक मारे गए. हालांकि इस बात की पुष्टि यूक्रेन की ओर से नहीं की गई है.
यूक्रेन का रूस पर ड्रोन अटैक
इसके बाद भी मंगलवार देर रात यूक्रेन के ड्रोन हमले के कारण जापोरिजिया क्षेत्र के रूसी नियंत्रण वाले हिस्सों में बिजली गुल हो गई. यह जानकारी मॉस्को की ओर से नियुक्त गवर्नर येवगेनी बालित्स्की ने दी. जापोरिजिया क्षेत्र का अधिकांश भाग रूस के नियंत्रण में है, लेकिन यूक्रेन अब भी प्रशासनिक केंद्र को नियंत्रित करता है और समय-समय पर हमलों से रूसी कब्जे वाले इलाकों की बिजली बाधित करता रहता है. बालित्स्की ने कहा कि हाई-वोल्टेज उपकरणों पर दुश्मन के आतंकवादी ड्रोन हमले के कारण यह बिजली कटौती हुई. जून में भी इसी तरह के हमले में करीब 7 लाख लोगों की बिजली 24 घंटे से ज्यादा समय तक गुल रही थी, जो अब तक का सबसे बड़ा हमला माना गया. रूसी कब्जे में स्थित ज़ापोरिजिया परमाणु संयंत्र यूरोप का सबसे बड़ा है.
रूस ने यूक्रेन पर किया हमला
रूस ने भी मंगलवार रात यूक्रेन के केंद्रीय शहर क्रेमेनचुक पर बड़ा हमला किया, जिससे शहर के ऊपर धुएं का घना गुबार छा गया. स्थानीय मेयर विताली मालेत्स्की ने कहा कि यह हमला दर्शाता है कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन शांति नहीं चाहते. यूक्रेनी वायुसेना के मुताबिक यह अगस्त का अब तक का सबसे बड़ा हमला था. रूस ने 270 ड्रोन और 10 मिसाइलें दागीं, जिनमें से 230 ड्रोन मार गिराए गए, लेकिन 16 स्थानों पर हमले सफल रहे. क्रेमेनचुक और अन्य क्षेत्रों में ऊर्जा सुविधाओं को निशाना बनाया गया, जिससे बड़ी आग लगी और करीब 1,500 घरों की बिजली चली गई. रूस ने दावा किया कि उसने यूक्रेन की सेना को सप्लाई देने वाली एक तेल रिफाइनरी पर हमला किया.
सारांश:
रूस और यूक्रेन के बीच शांति वार्ता की बातें हो रही हैं, लेकिन जमीनी हकीकत में हमले लगातार जारी हैं। ऐसे हालात में युद्धविराम (सीजफायर) की उम्मीदें कमजोर होती दिख रही हैं।